शादी के 27 दिन बाद ही दुल्हन ने दिखाया अपना असली रूप, ढाई लाख के जेवर, 30 हजार नगद व मोबाइल ले भागी
शिवपुरी। जिले के दिनारा थाना क्षेत्र के ग्राम डामरोनकला गांव में रहने वाले एक युवक की 30 अप्रैल को शादी हुई, और उसके घर गृहलक्ष्मी आई। शादी के महज 27 दिन बाद ही दुल्हनिया ने अपना असली रूप दिखाया और घर की लक्ष्मी समेट कर चंपत हो गई। दुल्हन ने इस बात का भी ध्यान रखा कि उसके काम में कोई रुकावट ना आए, इसलिए उसने पति को खाने में नींद की गोली खिला दी थी। अब परेशान पति अपनी जीवनसंगिनी और चोरी गए जेवर-नगढ़ी के लिए पुलिस थाने के चक्कर लगा रहा है।
दिनारा के डामरॉनक्ला गांव के रहने वाले अभिषेक वंशकार की बीते 30 अप्रैल को ग्राम परसौदा निवासी निशा के साथ शादी हुई थी। शादी के बाद विदा होकर आई निशा कुछ दिन रुककर वापस अपने मायके गई। उसके बाद जब वो फिर ससुराल आई, तो वो एक खतरनाक प्लान बनाकर आए थी, जिसे उसके ससुराल वाले और पति समझ नहीं पाया।
बीते 27 मई की रात को निशा ने अपने पति अभिषेक को खाने में नींद की गोलियां दे दीं। जिसके चलते खाना खाने के बाद पति जब गहरी नींद में पहुंच गया, तो अपने काम का अंजाम देने के लिए जाग रही निशा ने घर में रखे अभिषेक की भाभी के ढाई लाख रुपए कीमत के जेवर, 30 हजार रुपए नगद और अभी हाल में लिया गया नया मोबाइल समेटा, और रात के अंधेरे में अपने पति और उसके घर को बॉय बॉय करके रफूचक्कर हो गई। 28 मई की सुबह जब अभिषेक की नींद खुली तब पता चला कि जिसे वो गृहलक्ष्मी बनाकर लाया था, वो ही घर की लक्ष्मी समेट कर भाग गई।
एक तो नवविवाहिता बीबी साथ छोड़ गई, और साथ में इतनी बड़ी आर्थिक क्षति दे गई, कि उससे उबरने में काफी समय लगेगा। पीड़ित पति ने दिनारा थाने में अपनी अर्द्धांगिनी के खिलाफ लिखित शिकायत की है।

30 अप्रैल को शादी के समय शर्माती दुल्हनिया
फिर निशा ने दिखाया अपना असली रूप
परेशान अभिषेक: समझ नहीं आ रहा कुंडली गलत देखी या मंत्र उल्टे पड़ गए

अब इसमें दोष किसका ..??
शादी से पहले लड़का-लड़की की कुंडली मिलाई जाती है, जिसमें गुण मिलने के बाद ही कुंडली देखने वाला हरी झंडी देता है। तो क्या कुंडली भी डुप्लीकेट थी। फिर विवाह की रस्मों के दौरान पंडितजी मंत्र पढ़ते हुए सात फेरे और सात वचन बुलवाते हैं,। तो क्या मंत्र कुछ उलट -पुलट हो गए, या फिर भागने वाली दुल्हनिया ने वो सात फेरे और सात वचन दिल से नहीं लिए। अभिषेक तो फिर से कुंवारा रह गया, और परिवार वालो की पूंजी उसकी लुटेरी दुल्हनिया ले जाने से जीवन भर के ताने अलग मिलेंगे। अब इसमें दोष किसका है..??

अभी तक खरीदकर लाई जाने वाली भागती थीं
शिवपुरी में शादी के बाद माल समेटकर दुल्हन के भागने की यह पहली घटना नहीं है, बल्कि इससे पहले भी ऐसी लुटेरी दुल्हन आती रही हैं। लेकिन पूर्व में जो माल समेटकर भागी थीं, वो उड़ीसा-बिहार से खरीद कर लाई जाने वाली लड़कियां थीं। उन मामलों में तो पीड़ित व्यक्ति थाने में भी शिकायत करने नहीं जा पाता था, क्योंकि वो खुद ही पहले महिलाओं की खरीद-फरोख्त का आरोपी होता था। लेकिन अभिषेक का यह पहला मामला है, जिसमें दुल्हनिया महज 27 दिन में ही सात वचन भूल गई।

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