शिवपुरी। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तीन साल पहले आशा कार्यकर्ताओं के महासम्मेलन में यह घोषणा की थी कि हर साल 1 हजार रुपए की वार्षिक वृद्धि की जाएगी। इस घोषणा पर अमल ना होने से आशा कार्यकर्ता नाराज हैं, तथा आज उन्होंने एडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि हमें बहुत कम मानदेय मिलता है। जिसके चलते पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह घोषणा की थी कि आशा कार्यकर्ताओं को हर साल एक हजार रुपए की वार्षिक वृद्धि उनके मानदेय में जोड़ा जाएगा लेकिन तीन साल गुजरने के बाद भी इस घोषणा का पालन नहीं किया और ना ही उनके मानदेय में कोई वृद्धि नहीं की गई।
आशा कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन के माध्यम से चेतावनी दी है कि यदि 7 दिन में हमारी मांग को पूरा नहीं किया, तो सभी आशा कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली जाएंगी। ज्ञात रहे कि प्रदेश में 84 हजार आशा कार्यकर्ता हैं, जिनके हड़ताल पर चले जाने से बहुत व्यवस्थाएं प्रभावित है।
