अभिभाषक संघ के अध्यक्ष के आरोपों को नकारते हुए बोले, रिश्वत से नहीं चलता मेरे बंगले का खर्चा
शिवपुरी। अनुविभागीय न्यायालय शिवपुरी में पदस्थ बाबू हृदेश शर्मा के साथ मारपीट किए जाने की घटना को एसडीएम शिवपुरी उमेश कौरव ने गलत बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि मैने किसी को कोई जमानत नहीं दी थी। फिर वो तो क्रिमिनल था।
ज्ञात रहे कि अभिभाषक संघ के अध्यक्ष एडवोकेट विजय तिवारी अपने साथ आधा सैकड़ा वकीलों को साथ लेकर एसडीएम शिवपुरी के ऑफिस पहुंचे थे। तिवारी का आरोप था कि बाबू ने 1 हजार रुपए रिश्वत ना देने पर एसडीएम द्वारा जमानत दिए जाने के बाद भी बाबू हृदेश शर्मा ने उनके क्लाइंट का जेल वारंट बना दिया था। इतना ही नहीं बाबू ने कहा था कि मैं यदि रिश्वत नहीं लूंगा, तो एसडीएम साहब के बंगले का खर्चा कैसे चला पाऊंगा। वहीं बाबू का आरोप था कि वकीलों ने ऑफिस में घुसकर मेरे साथ मारपीट की है।
एसडीएम नहीं लगा पाए कलेक्टर को फोन
इस संबंध में एसडीएम उमेश कौरव का कहना है कि मेरे ऑफिस में बाबू के साथ मारपीट करना गलत है। वकील का एक क्लाइंट आदतन अपराधी है, इसलिए उसका जेल वारंट बनाया था। मेरे बंगले का खर्चा रिश्वत से चलाने की बात मेरे बाबू ने कही है, यह आरोप भी गलत है। इस संबंध में हम कार्रवाई करेंगे, इस संबंध में मेरी अभी कलेक्टर साहब से बात नहीं हो पाई। वैसे आजकल तो मोबाइल हर हाथ में है, बस नंबर ही तो डॉयल करना है।
