शहर में आरटीओ से बीआरएस लेने वालों की हो जाए जांच तो निकलेगी करोड़ों की संपत्ति
शिवपुरी. यूं तो शिवपुरी जिला घोटालों के लिए पहले से ही चर्चित है, लेकिन अब उसके तार भोपाल के जंगल में मिले 11 करोड़ के नोट व 51 किलों सोने के तार भी यहां से जुड़ गए। पिछोर विधायक ने पूर्व विधायक सहित एक अन्य महिला का चरित्रहनन करते हुए जो आरोप लगाए हैं, उनमें भी कुछ सच्चाई हो सकती है, क्योंकि आरोपों का खंडन किसी ने नहीं किया।
यूं तो केपी सिंह पहले से अकूत संपदा के मालिक हैं, और उनके चुनावी हलफनामे में जिसकी झलक मिलती है। पत्थर उद्योग में उन्हें अच्छा मुनाफा हुआ, और उनकी कंपनियां भी नामी-गिरामी है। जंगल में मिले इस सोने और नगदी में केपी की हिस्सेदारी है, उसके बारे में कम और सौरभ के केपी से संबंध है, जिसका डीएनए करवाने की बात पिछोर विधायक प्रीतम लोधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही।
एक लंबे समय बाद पिछोर विधायक प्रीतम लोधी फिर चर्चा में आ गए, क्योंकि उन्होंने भोपाल में मिले सोने व करोड़ों की नगदी के मास्टरमाइंड सौरभ शर्मा का संबंध पूर्व विधायक केपी सिंह का नाम लिए बिना, उन्हें सौरभा का पिता घोषित कर दिया। जिसमें उन्होंने सौरभ की मां को भी घसीट लिया, तथा उनके संबंध केपी सिंह से बता दिए। अब यह तो जांच का विषय है कि डीएनए टेस्ट होता है या नहीं?? प्रीतम के आरोपों की सच्चाई तो टेस्ट के बाद ही सामने आ पाएगी, लेकिन सौरभ की संपत्ति में केपी की हिस्सेदारी के आरोप में कुछ तो जरूर होगा, क्योंकि बिना आग धुआं नहीं उठता….!
आरटीओ से बीआरएस लेने वाले भी करोड़पति
आरटीओ वो विभाग है, जिसमें आरक्षक और हवलदार ही इतना कमा लेते है कि रिटायरमेंट से पहले ही बीआरएस लेकर मामूली वेतन पाने वाले आरक्षक के पास शिवपुरी शहर व उसके आसपास करोड़ों की जमीनें तथा पेट्रोल।पंप सहित अन्य बड़ी प्रॉपर्टी मौजूद है।

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