लड़की का आरोप: शादी का झांसा देकर दो साल से दैहिक शोषण कर रहा था रजत
शिवपुरी। इस बार नगरपालिका अपने किसी घोटाले के लिए नहीं नगर की प्रथम नागरिक यानि नपाध्यक्ष के पुत्र पर दुष्कर्म का मामला दर्ज हो गया है। जो लड़की फरियादी बनी है, वो इससे पहले तीन बार कोतवाली के चक्कर लगा चुकी थी। अब बड़ा सवाल यह है कि अब शादी की तैयारी होगी, या फिर जमानत के लिए कोई अच्छा वकील ढूंढेंगे…??
गौरतलब है कि शिवपुरी शहर की एक बालिग लड़की अप्रैल माह में तीन बार कोतवाली के चक्कर लगा चुकीं थी, क्योंकि वो नपाध्यक्ष पुत्र रजत शर्मा के खिलाफ दैहिक।शोषण की शिकायत करना चाहती थी। लड़की पहली बार तो कोतवाली उस समय पहुंची थी, जब अध्यक्ष पुत्र की सगाई का कार्यक्रम ठाट-बाट मैरिज गार्डन में चल था। उस दौरान लड़की पुलिस से यह मांग करती रही कि रजत को कोतवाली बुलवाया जाए। रजत आया नहीं, तो लड़की अपने घर चली गई थी।
कुछ दिन बाद फिर लड़की दूसरी बार कोतवाली आई और उसने लिखित में शिकायत की थी, जिसमें शादी का झांसा देकर दैहिक शोषण का आरोप लगाते हुए लिखित आवेदन दिया था, लेकिन उस बार भी मांग यही रही कि रजत को।कोतवाली बुलाया जाए।
पिछले दिनों तीसरी बार भी लड़की कोतवाली पहुंची, लेकिन बिना कोई कार्रवाई करवाए वो लौट गई थी, लेकिन आज बुधवार की रात कोतवाली में लड़की ने नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा के पुत्र रजत शर्मा के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करवा दिया।
किस्मत से मिला राजयोग, पचा नहीं पाए
शिवपुरी नगरपालिका अध्यक्ष के चुनाव में गायत्री शर्मा की किस्मत का सितारा तब चमका था, जब कुर्सी की लड़ाई रामजी व्यास और भानू दुबे के बीच चल रही थी। बताते हैं कि जब व्यास ने पार्षदों को टोकन मनी बांटी थी, तो उसमें कथित तौर पर गायत्री शर्मा का नाम भी था। किस्मत ने जोर मारा, तो तत्कालीन कैबिनेट मंत्री की गाड़ी सतनबाड़ा से वापस लौटी, और ताज गायत्री के सिर बंध गया। किस्मत से मिले इस राजयोग को यह पूरा परिवार पचा नहीं पाया। नगरपालिका में जीजाजी के चर्चे रहे, और अब बेटा दो साल तक लड़की का दैहिक शोषण करने के बाद शादी दूसरी जगह करने की तैयारी में जुट गया था। लेकिन अब शादी की जगह जमानत की तैयारी करेगा।

