नपाध्यक्ष व सीएमओ को लगाई फटकार, भाजपा जिलाध्यक्ष को भी रखा साइड में
शिवपुरी। सच्चाई छुप नहीं सकती बनावट के उसूलों से, कि खुशबू आ नहीं सकती कभी कागज के फूलों से। यह शायरी केंद्रीय मंत्री व क्षेत्रीय सांसद के दौरे में नजर आई। शहर की सड़कों को धुलवाया गया, लेकिन सांसद की नजर में शहर की गंदगी आ ही गई। जिसके चलते नपाध्यक्ष व सीएमओ को तो फटकारा ही, साथ ही नवागत भाजपा जिलाध्यक्ष को भी साइड में रखा।
बदहाल शिवपुरी शहर को साफ सुथरा दिखाने के लिए नगरपालिका के जिम्मेदारों ने सड़क तक नपा के टैंकरों से रात में धुलवाया। सांसद के रूट से वो रास्ता बदल दिया, जहां सड़क खुदी हुई थी। साथ ही जहां से सांसद का काफिला निकलना था, उन रास्तों को चकाचक कर दिया था। यह पूरी कवायद उस समय धरी रह गई, जब जनसुनवाई के दौरान सिंधिया को लोगों ने शहर की गंदगी फोटो शीट दिखा दी। शहर में गंदगी देख सिंधिया ने नाराजगी व्यक्त करते हुए नपा सीएमओ को फटकार भी लगाई। वहीं शहर के सभी वार्डों में कचरा गाड़ी न पहुंचने की शिकायत पर सिंधिया ने नपाध्यक्ष से पूछा कि कितनी कचरा गाड़ियां हैं?। इतना ही नहीं सिंधिया ने कहा कि एंबुलेंस दी है, अब यह वाहन भी दिलवाएंगे, इसके लिए कार्ययोजना बनाओ।
नवागत जिलाध्यक्ष को किया साइड लाइन
पुराने भाजपा नेताओं को दरकिनार करते हुए सिंधिया ने जसमंत जाटव को जिलाध्यक्ष बनवा दिया, लेकिन अपने पहले दौरे में ही साइड लाइन भी के दिया। एंबुलेंस को झंडी दिखाते समय जहां उन्होंने पूर्व जिलाध्यक्ष राजू बाथम को पुकारते रहे। वहीं जनसुनवाई के दौरान बगल में बैठे जसमंत को कुर्सी से हटाकर वहां शिवपुरी विधायक को बिठाया। इतना ही नहीं सिंधिया ने जिलाध्यक्ष से कहा कि यहां क्या कर।रहे हो, जाकर व्यवस्थाएं देखो। महत्वपूर्ण बात यह है कि भाजपा जिलाध्यक्ष के साथ संगठन के कार्यकर्ता नहीं थे, क्योंकि पार्टी के लोग उन्हें पचा नहीं पा रहे।
