बोले करेरा टीआई: तहसीलदार ने ही रखवाए, और उन्होंने ही छुड़वाए, राजनीतिक दवाब में छोड़े
शिवपुरी जिले का करेरा विधानसभा रेत के अवैध उत्खनन मामले के लिए कुख्यात है। बीती रात तहसीलदार करेरा कल्पना शर्मा ने रेत से भरे दो ट्रेक्टर कोटा-झांसी हाइवे से पकड़कर करेरा थाने में रखवा दिए।
शुक्रवार की रात तहसीलदार करेरा ने रेत से भरे जो ट्रेक्टर थाने में रखवाए, वो सुबह बिना कार्रवाई के छोड़ दिए गए। जब इस संबंध में करेरा टीआई विनोद छांवई से बात की तो उन्होंने कहा कि वो ट्रेक्टर तहसीलदार ने पकड़कर रखवाए थे, और आज सुबह उन्होंने ही पत्र भेजकर ट्रैक्टरों को छुड़वा भी दिया।
वहीं इस संबंध में जब तहसीलदार करेरा कल्पना शर्मा से बात की, तो उनका कहना था कि रात में जब हमने ट्रेक्टर पकड़े थे, तब उनके पास कोई रॉयल्टी नहीं थी। सुबह उनकी रॉयल्टी आ गई थी, जिसे हमने माइनिंग को दिखवाने के बाद ट्रैक्टरों को छोड़ दिया।
वहीं सूत्रों का कहना है कि ट्रैक्टरों को छोड़ने के एवज में राशि वसूल की है, तथा इसमें राजनीतिक लोगों ने भी प्रशासन पर दबाव बनाया था। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिन ट्रैक्टरों की रॉयल्टी रात में नहीं थी, वो सुबह कैसे बन गई..???।
