24 घंटे में अंधे कत्ल का पर्दाफाश: हत्या की सतनबाड़ा-नरवर रोड पर, फिर लाश कार में रखकर सुजवाया की पुलिया पर
हत्या की स्टोरी में पड़ोस में रहने वाली महिला भी बनी कारण, मामला दो हत्यारोपियों के खिलाफ दर्ज
शिवपुरी। बीते 28 अप्रैल को कोटा-झांसी फोरलेन पर सुजवाया की पुलिया पर मिली युवक की लाश के मामले में पुलिस ने 24 घंटे की मशक्कत के बाद न केवल हत्या के अंधे कत्ल का खुलासा कर दिया, बल्कि दोनों आरोपी भी दबोच लिएं। हत्या की इस कहानी में महत्वपूर्ण किरदार उस महिला का था, जो मृतक के पड़ोस में रहती थी, और जिससे उसके संबंध थे। लेकिन पुलिस ने हत्या करने वाले दो लोगों को ही प्रकरण में आरोपी बनाया है।
ज्ञात रहे कि बीते 28 अप्रैल की सुबह कोटा-झांसी फोरलेन पर सुजवाया की पुलिया के पास शिवपुरी की जवाहर कॉलोनी में रहने वाले राहुल चौधरी (25) की लाश पड़ी मिली थी। प्रथम दृष्टया ही मामला हत्या का था, क्योंकि मृतक के शरीर पर चाकू के घाव और सिर में पत्थर की तगड़ी चोट (जिससे सिर की हड्डी फैक्चर हो गई) एवं चेहरा जलाने का प्रयास हत्यारों ने किया था। राहुल की लाश मिलने के साथ ही परिजनों ने पड़ोस में रहने वाली महिला वंदना (जो अपने पति को छोड़े बैठी है) पर शक जताया था, क्योंकि मृतक के उस महिला से संबंध थे।
पुलिस ने परिजनों के बयानों के अलावा जब मृतक के साथ आखिरी बार देखे जाने वाले लोगों की पतारसी की तो उसमें पता चला कि दिनांक 27.04.25 के शाम करीब 5.30 बजे मृतक राहुल चौधरी को अंतिम बार बिट्टू परिहार एवं छोटू जोशी जो कि मृतक राहुल की कालोनी में ही रहते है और राहुल के दोस्त भी है के साथ बिट्टू परिहार की मारूती सुजुकी एक्सप्रेसो कार में बैठकर महाराणा प्रताप स्कूल के पास जाते हुए देखा गया था । मृतक के परिजनों द्वारा दोनों पर संदेह भी जताया था। पुलिस ने जब दोनों आरोपियों को राउंडअप करके पूछताछ की, तो उन्होंने अंधे कत्ल की कहानी को न केवल पूरा बयां कर दिया, बल्कि राहुल की पड़ोसी महिला को बिट्टू ने अपनी मुंहबोली बहन बताया है।
बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी अमन सिंह राठौड़ ने बताया कि जिस जगह लाश मिली थी, वहां पर खून आदि न मिलने से यह तय हो गया था कि हत्या कहीं और की ही, जबकि लाश को सुजवाया में शिफ्ट किया गया। सतनबाड़ा- नरवर रोड पर पावर हाउस के पास दोनों आरोपियों ने राहुल को शराब पिलाने के बाद पहले उसे चाकू मारे, फिर सिर में पत्थर।मारने के साथ ही लाश का चेहरा जलाने का प्रयास किया गया था। एसपी ने आरोपियों पर 10 हजार का इनाम भी घोषित किया था। हत्या में प्रयुक्त हथियार और कार भी बरामद कर ली है।
इनकी रही सराहनीय भूमिका-


निरी. रत्नेश सिंह, उनि जेबी सिंह वैश, उनि प्रियंका शुक्ला, उनि धर्मेन्द्र जाट (प्रभारी सायबर सेल एवं उनकी टीम) सउनि विनोद सिंह गुर्जर, प्रआर.548 दीपचंद्र, प्रआर.570 विनय कुमार सिंह, प्रआर. 86 भगवत प्रसाद, प्रआर. 499 देवेन्द्र सेन, प्रआर. 201 सुनील भार्गव, प्रआर. 342 मोहन सिंह चौहान, प्रआर.302 सुरेन्द्र दुबे, प्रआर.567 राजेन्द्र शर्मा, आर. 511 बदन सिंह, आर. 182 दिनेश सिंह, आर. 556 सचेन्द्र शर्मा, आर. 897 शकील खान, आर.88 पुष्पेन्द्र रावत, आर.35 राघवेन्द्र रावत, आर. 17 मिथुन कुशवाह, आर. 699 ऋषभ करारे, आर. 708 रणवीर शर्मा, आर. 246 मनोज गौड,आर.384 नारायण शर्मा, आर. 129 राघवेन्द्र, म.आर. 754 गायत्री मुदगल, म.आर. 616 शिल्पी गुप्ता थाना देहात जिला शिवपुरी की मुख्य भूमिका रही है।