गुंडों के खिलाफ जब होंगे जनता और नेता एक साथ, तो पुलिस को मिलेगी ताकत
शिवपुरी। शहर में बीते रविवार की शाम आए एक वीडियो ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। जिसने भी वो वीडियो देखा, उसका आक्रोश उन गुंडों के खिलाफ बढ़ गया, जो एक मजबूर लड़की को छेड़ने के साथ ही विरोध करने पर उसके चाचा को सरेराह पीट रहे थे। जब जनता का गुस्सा भड़का तो हमारे जनप्रतिनिधियों को भी लगा कि अब हमें भी बोलना चाहिए। जब जनता और नेता एक सुर में बोले तो फिर पुलिस का काम आसान हो गया। सद्कछाप मजनुओं का जब जुलूस निकला तो ऐसा लगा, जैसे पूरा शहर ही उमड़ पड़ा।
आज सुबह से ही कोतवाली परिसर में लोगों की आवाजाही शुरू हो गई थी, क्योंकि लगभग शहर के हर शख्स ने वो वीडियो देखा था, जिसमें तीन-चार लड़के मिलकर एक युवक पर लात-घूंसों और पत्थर से हमला करते हुए खुद को बहुत बड़ा तीरंदाज मान रहे थे। सोशल मीडिया पर जितनी तेजी से वो वीडियो वायरल हुआ, उतनी ही गति से घटना के विरोध में शहर की जनता लामबंद हो गई।
जब पूरा शहर एकजुट हुआ तो फिर शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन का एक वीडियो आया, जिसमें वो पुलिस को निर्देश दे रहे हैं कि ऐसे लोगों का जुलूस निकाला जाए। इसके बाद पोहरी के कांग्रेस विधायक कैलाश कुशवाह का वीडियो आया, जिसमें वो धरना देने की चेतावनी देते नजर आए।
चूंकि ऐसा माना जाता है कि अपराधियों को कहीं न कहीं राजनीतिक संरक्षण होता है, जिसके चलते पुलिस भी उतनी आजादी से एक्शन नहीं ले पाती। लेकिन इस घटना में जब जनता के सता नेता खड़े हुए तो, फिर पुलिस ने इन छिछोरों को ठीक से खड़े होने लायक नहीं छोड़ा। ऐसे मामलों में पुलिस का यही एक्शन होना चाहिए, ताकि फिर कोई सद्कछाप मजनू ऐसी हिम्मत न कर सके।
सक्रिय हों निर्भया
दिल्ली में हुए निर्भया कांड के बाद देश भर में निर्भया पुलिस तैनात की गई। शिवपुरी में भी निर्भया प्रभारी बनाई गई, लेकिन वो शहर में कब और कहां से घूमकर निकल जाती है, पता ही नहीं चलता। निर्भया को भी सक्रिय करना चाहिए,।ताकि इस तरह के छिछोरों को पहली ही गलती में सजा मिल सके।