केडरबेस भाजपा में गलाकाट प्रतियोगिता, जिसने रचा इतिहास, उसे ही किया नजरअंदाज
शिवपुरी। गुना-शिवपुरी संसदीय सीट से सांसद रहे डॉ. केपी यादव ने शिवपुरी शहर की जनता के लिए नगरपालिका को पानी का टैंकर दिया। सांसद के पूरे कार्यकाल में यह टैंकर नपा परिसर से बाहर नहीं निकाला। अब जबकि डॉ यादव सांसद नहीं हैं, तो उनका फोटो लगा टैंकर तो नपा ने निकाला, लेकिन यादव का चेहरा पोत दिया। इस मामले में नपा सीएमओ ने पेंटर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी, जबकि यह करतूत केडरबेस भाजपा पार्टी के अंदर चल रही गलाकाट प्रतियोगिता का परिणाम है।
गौरतलब है कि गुना-शिवपुरी संसदीय सीट पर हमेशा से सिंधिया परिवार का कब्जा रहा। ज्योतिरादित्य सिंधिया इस सीट पर वर्ष 2019 में कांग्रेस के टिकिट पर लोकसभा चुनाव लड़े, तो उन्हें भाजपा के डॉ केपी यादव ने करारी शिकस्त देकर प्रदेश में बड़ा राजनीतिक उलटफेर किया था। चूंकि उस समय डॉ यादव ने कांग्रेस के किले में भाजपा का झंडा फहराया था, इसलिए पार्टी ने उनका बड़ा सम्मान किया।
पूर्व सांसद डॉ यादव के यह अच्छे दिन उस समय खत्म हो गए जब ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रदेश में बनी कांग्रेस की सरकार को गिराकर अपने लाव लश्कर के साथ भाजपा में आ गए। उसके बाद तो डॉ. यादव को भाजपा के कार्यक्रमों में पीछे की कुर्सी मिलने लगी। उसके बाद वर्ष 2024 लोकसभा चुनाव में डॉ. यादव को पार्टी ने टिकिट ही नहीं दिया। इस सीट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा के टिकिट पर जब चुनाव जीते, तो फिर डॉ यादव पूरी तरह से खो ही गए।
सभी भाजपा के, फिर भी ऐसी हरकत
शिवपुरी में नगरपालिका अध्यक्ष से लेकर विधायक और सांसद भी भाजपा के हैं, वाबजूद इसके पूर्व भाजपा सांसद के टैंकर पर छपे फोटो को पोत कर नपा के नेताओं ने अपनी कुंठित मानसिकता का परिचय दिया। सीएमओ ने पेंटर पर मामला दर्ज करवाकर अपना पल्ला झाड़ लिया, जबकि पेंटर ने ऐसा अपनी मर्जी से नहीं, बल्कि जिम्मेदारों के कहने पर ही किया होगा।
नंबर बढ़ाने के लिए कवायद
ऐसा माना जा रहा है कि नपा अध्यक्ष गायत्री शर्मा एवं सीएमओ ने गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की गुड लिस्ट में शामिल होने के लिए पूर्व सांसद की सौगातों पर उनके फ़ोटो एवं नाम को मिटाने का काम किया है।
