पुलिस ने मोबाइल।लोकेशन से ट्रेस।किया पूरा मामला, बेटा भी नौकरी के नाम पर।कर रहा था छलावा
शिवपुरी जिले के सिरसौद थाना अंतर्गत ग्राम खोरघार में रहने वाले एक किसान के अपहरण और 6 लाख की फिरौती की सूचना ने पुलिस को चिंतित कर दिया। जब पुलिस ने पड़ताल की और मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की तो पूरा फर्जीवाड़ा उजागर हो गया। महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस किसान ने अपने अपहरण की स्टोरी बताई, उसने अपने बेटे की नौकरी के लिए कर्जा लिया, और जब बेटे की।नौकरी नहीं लगी तथा उधारी मांगने वाले परेशान करने लगे, तो फिर यह अपहरण की स्टोरी बनाई गई।
दिनांक 30.01.2025 को थाना सिरसौद पर होतम यादव पुत्र लक्ष्मण यादव उम्र 50 साल निवासी ग्राम खोरघार सिरसोद की किन्ही अज्ञात बदमाशों द्वारा सुबह खेत की रखवाली करते समय अपहण व फिरौती में 06 लाख रूपये की मांग कर मारपीट की जाने की खबर मिली। , सूचना मिलते ही तत्काल उक्त सूचना से पुलिस अधीक्षक एवं अति पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया जाकर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एसडीओपी पोहरी सुजीत सिंह भदौरिया द्वारा क्षेत्र की घेराबंदी कराई गई।
अपहृत के लड़के साहब सिंह ने पुलिस को बताया कि उसके पिता का किन्ही अज्ञात बदमाशों ने फिरौती के लिये अपहरण कर लिया है। अपहृत व्यक्ति ने अपने मोबाइल से अपने लड़के राजेन्द्र यादव को फोन लगाकर रोते हुए बताया कि उसे सतनबाड़ा के जंगलों में अपहरण करके लाया गया है, उसके साथ मारपीट कर रहे हैं, 06 लाख रूपये की फिरौती की व्यवस्था करो, ऐसा कहकर फोन बंद कर लिया। फोन पर हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी परिवारजनों द्वारा प्रस्तुत की। तत्काल मोबाइल की लास्ट लोकेशन थाना सतनवाडा क्षेत्र में होने से, थाना प्रभारी सिरसोद उनि. मुकेश दुबोलिया, थाना प्रभारी सतनवाड़ा उनि. सुनील राजपूत, थाना प्रभारी गोपालपुर उनि. विनोद यादव के नेतृत्व में अलग-अलग टीमें गठित की गई। अपहृत व्यक्ति के परिवार से विस्तृत बात की गई तो अपहृत व्यक्ति के छोटे लड़के राजेन्द्र का आचरण ठीक नहीं होना, रेलवे में भुसावल में बाबू की नौकरी लगने के नाम पर पिता/अपहृत से पैसा ऐंठना पाया गया। राजेन्द्र की कल की लोकेशन भी भुसावल महाराष्ट्र की जगह शिवपुरी में पाई गई। राजेन्द्र को उसकी लोकेशन ट्रेस कर सिरसोद थाना प्रभारी ने पूछताछ की तो कहानी की परतें खुली ।
पिता/अपहृत को पुलिस सर्चिग में थाना सतनवाड़ा, थाना सिरसोद पुलिस ने सतनवाड़ा के जंगल में झिरना सरकार मंदिर से ढूंढ निकाला व परिजनों को सुपुर्द किया। पिता ने अपने छोटे लड़के राजेन्द्र को कई बार भुसावल में रेलवे में नौकरी लगने व पैसों की जरूरत होने पर खाते में लाखों रूपए उधार लेकर जमा कराये गये जो लड़का वापस नहीं कर रहा था उधारी वालों का उधारी के रूपयो का दबाव होने से पिता ने स्वयं ही अपने अपहण की झूठी कहानी बनाई जिससे दबाव बनाकर छोटे लड़के से रूपए वापस मिल जाये व उधारी वालों का दबाव कम हो जाए।
इनकी रही सराहनीय भूमिका-
अपहृत किसान के अपहरण की झूठी साजिश का पर्दाफ़ाश करने में सुजीत सिंह भदौरिया एसडीओपी पोहरी, उनि. मुकेश दुबोलिया थाना प्रभारी सिरसोद व उनकी टीम सउनि. जगदीश भिलाला, प्र.आर. संतोष बैस, प्र.आर. सोनू रजक, प्र.आर. ब्रजेन्द्र गुर्जर, प्र.आर. बाबूलाल, आर. मुकेश परमार, उनि. विनोद यादव थाना प्रभारी गोपालपुर, उनि. सुनील राजपूत थाना प्रभारी सतनवाड़ा व उनकी टीम प्र.आर. उदय तोमर, प्र.आर. नीरज सेंगर, आर. दीपक की महत्वपूर्ण भूमिका रही।