व्यक्तित्व परिष्कार शिविर के 12वें सत्र के साथ वार्षिक प्रशिक्षण शिविर का हुआ समापन
शिवपुरी। सर्किल जेल शिवपुरी में 29 मार्च को, व्यक्तित्व परिष्कार शिविर के 12वें सत्र के साथ वार्षिक प्रशिक्षण शिविर का समापन हुआ। जिसमें।मुख्य अतिथि जिला एवं सत्र न्यायाधीश जिला शिवपुरी, विशेष अतिथि एके शर्मा विशेष जिला न्यायाधीश, प्राची शर्मा सीजेएम न्यायालय शिवपुरी, एवं जिला रजिस्ट्रार श्री जितेन्द्र मैहर मौजूद रहे।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश आरपी सोनी ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि क्षणिक भावावेश एवं असंयमित क्रोध के कारण अधिकांश बंदी अपराध कर बैठते हैं एवं दण्ड भुगतने विवश होते हैं। जेल -सुधार गृह में गायत्री मंत्र की साधना ज्ञान वर्धक , जीवन-मूल्योंपर आधारित आध्यात्मिक ज्ञान का व्यवहारिक प्रशिक्षण की आवश्यकता सम सामयिक होकर समाज की महती आवश्यकता है। गायत्री परिवार शिवपुरी का पुरुषार्थ प्रशंसनीय है।
गायत्री परिवार शिवपुरी के जिला समन्वयक डॉ प्रमोद कुमार खरे ने बताया कि शान्ति कुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में , मप्र शासन जेल विभाग भोपाल के तत्वावधान में बंदी कल्याण के।लिए व्यवहारिक अध्यात्म द्वारा व्यक्ति त्वं परिष्कार प्रशिक्षण शिविर का आयोजन अप्रैल 2025 से मार्च2025तक निर्धारित किया गया था, प्रशिक्षण का आधार था कि मनुष्य की सबसे सफल विचार शक्ति की दिशा धारा उसके व्यक्तित्व निर्माण का मूल होती है, मनुष्य को ईश्वर ने अपार संभावनाओं के साथ भेजा है एवं असीम पुरुषार्थ दिया है उसमें अपनी मनःस्थिति अनुसार अपने व्यक्तित्व को बनाने ,एवं जीवन के किसी भी समय बदलने की स्वतंत्रता दी है,चयन उसकाहै। भारतीय संस्कृति की आत्मा अध्यात्म का सही ज्ञान व्यवहार आचरण में आत्मसात कर व्यक्ति अपने साथ परिवार ,समाज , राष्ट्र एवं विश्व की स्वनिर्मित समस्यायों को हराकर आंनद मय स्वर्गिक बना सकता है यही गायत्री परिवार के जनक युगदृष्टा तपोनिष्ट वेद मूर्ति पं श्रीराम शर्मा आचार्य जी का एक सन्देश है जिसे प्रशिक्षण के माध्यम से पहुंचाने का प्रयास गुरुदेव के सूक्ष्म संरक्षण में किया गया।


