जिला प्राधिकरण द्वारा किया गया विधिक साक्षरता शिविरों का आयोजन
शिवपुरी। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं म0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के आदेशानुसार तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शिवपुरी राजेन्द्र प्रसाद सोनी के निर्देशन में रंजना चतुर्वेदी, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शिवपुरी की अध्यक्षता में निम्नानुसार स्थानों पर विधिक साक्षरता शिवि का आयोजन किया गया-
1-दिनांक 28.06.2025 को आंगनवाडी केन्द्र वार्ड नं. 22 शिवपुरी में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया जिसमें उपस्थित महिलाओं को नालसा (तस्करी और वाणिज्यिक यौन शोषण पीड़ितों के लिऐ विधिक सेवा योजना, घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनिमय आदि के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की।
2- दिनांक 28.06.2025 को सर्किल जेल शिवपुरी में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित बंदियों को निशुल्क विधिक सहायता, जेल अपील, प्लीबारगेनिंग, बंदियों के आधिकार आदि के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की गयी।
विधिक साक्षरता शिविर में उपस्थित मजिस्ट्रेट और ग्रामीण
[…] शिवपुरी। राजनीतिक शून्यता के दौर से गुजर रहे शिवपुरी जिले में जिंदा लोग भ्रष्टाचार से दुखी हैं, और मरने के बाद मुर्दों का भी अंतिम संस्कार नहीं हो पा रहा। शनिवार को एक ऐसा ही वीडियो वायरल हुआ, जिसमें तिरपाल के नीचे बमुश्किल अंतिम संस्कार किया जा यह था। खनियाधाना के ग्राम फाड़ाखुर्द में होने वाले 75 वर्षीय ओंकारलाल लोधी का शुक्रवार की सुबह 7 बजे निधन हो गया। परिवारजनों ने उनके अंतिम संस्कार की जब तक तैयारी की, तब तक तेज बारिश शुरू हो गई। चूंकि गांवबके मुक्तिधाम पर लगी टीनशैड पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है, इसलिए परिवारजन बारिश रुकने का इंतजार करते रहे। जिसके फेर में 3 घंटे तक इंतजार करना पड़ा। शाम को जब मृत देह को लेकर मुक्तिधाम पर पहुंचे, तो फिर से बारिश शुरू हो गई। परिवारजनों ने आनन्-फानन में तिरपाल की व्यवस्था की, और बारिश के बीच बमुश्किल ओंकारलाल का अंतिम संस्कार किया जा सका। शिवपुरी में यह हालात तब हैं, जबकि बीते वर्ष भी बारिश के मौसम में इसी तरह के अंतिम संस्कार के फोटो वीडियो सामने आने के बाद प्रशासन के अधिकारियों ने सभी गांव के मुक्तिधाम सुधारे जाने के निर्देश दिए थे। लेकिन जिले में केवल वो ही काम किए जाते हैं, जिसमें माल मिलता है,। यही वजह है कि हालात अभी भी जस के तस बने हुए हैं। […]