सड़क वाले मंत्री ने देखी देश की हालत, तो बोल दी सच्चाई, गरमाई राजनीति
भागवत बता चुके हैं रिटायरमेंट की उम्र, अब केबिनेट के मंत्री ने खोली दावों की पोल
शिवपुरी से सैमुअल दास की कलम से:
देश के सड़क वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने देश का भ्रमण करके उसकी हालत देखी, और एक मंच पर उस सच्चाई को उजागर कर दिया। जिससे देश को समृद्ध करने वाले दावे जो गोदी मीडिया दिखा रहा था, उनकी भी हवा निकल गई। उधर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी रिटायरमेंट की ओर इशारा कर चुके हैं, ऐसे में पीएम के दावेदार केंद्रीय मंत्री के इन बयानों ने विपक्ष को बैठे बिठाले एक बेहतरीन मुद्दा दे दिया।
बड़ी शासकीय संस्थाओं का निजीकरण कर दिए जाने से देश की महत्वपूर्ण और जनता से सीधे जुड़ी सुविधाओं को चंद पूंजीपतियों के हाथ में दे दी गई। गरीब किसान का 3 रुपए से 2 हजार रुपए का कर्ज माफ करके सरकार अन्नदाता की खैरख्वाह बनने का प्रचार-प्रसार करती है,। तो वहीं देश की अर्थव्यवस्था को कंट्रोल करने वाले अंबानी और अडाणी के हजारों करोड़ रुपए के कर्ज माफ कर दिए गए। आमजन को बैंक से रोजगार के लिए लोन लेने के लिए मोटी रिश्वत के अलावा कई चक्कर लगाने पड़ते हैं, जबकि नीरव मोदी और विजय माल्या जैसे भगोड़े हजारों करोड़ लेकर देश ही छोड़ गए।
कश्मीर के पहलगांव में हजारों पर्यटकों की मौजूदगी हर दिन होने के बाद भी वहां सुरक्षा के लिए एक गार्ड तक मौजूद ना होना, टूरिस्ट प्लेस पर सुरक्षा में सरकार की बड़ी खामी होने के बावजूद किसी भी मीडिया चैनल ने इसके लिए अपनी खोजी पत्रकारिता नहीं दिखाई। कश्मीर में आतंकवादियों के हाथों मारे गए सैलानियों की वजह से देश के कोने-कोने में रुदन सुनाई दिया। इसके बाद पाकिस्तान के साथ शुरू हुए युद्ध को बढ़ा चढ़ा कर दिखाया गया, और उसका एंड अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब किया, तो पूरा प्री प्लान सामने आ गया।
गैस सिलेंडर अपने अधिकतम दामों पर पहुंचने के साथ ही डीजल-पेट्रॉल महंगा होने से महंगाई पर नियंत्रण नहीं लग पा रहा, जिसमें सबसे बड़ा मध्यम वर्ग प्रभावित हो रहा है। बेरोजगारों की संख्या हर साल करोड़ों में बढ़ रही है, और रोजगार के साधन देश के उद्योगपतियों के हाथों में जाने से युवाओं के सामने रोजगार का बड़ा संकट उत्पन्न हो गया। देश की इस दशा को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने देख कर बोल दिया है, तो देखते हैं कि देश की राजनीति में कुछ भूचाल आता है, या रिलीमझिम बारिश के बीच ठंडा असर रहेगा…!
[…] शिवपुरी। पूरी तरह से प्रकृति पर आश्रित अन्नदाता इन दिनों चिंतित है, क्योंकि लगातार हो रही बारिश से उसकी बोवनी का बीज गलकर नष्ट होने की कगार पर जा पहुंचा। किसानों की इस पीड़ा से शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन ने सोमवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर सर्वे की मांग की। कभी बारिश समय पर ना होने से किसान का बीज जल जाया करता था, लेकिन इस बार बारिश का दौर जब शुरू हुआ, तो रुकने का नाम नहीं ले रही।जिसके चलते जिन किसानों ने पहली बारिश के दौरान बोवनी के दी थी, और छोटे पौधे निकल आए थे, वो अब खेत में पानी भरा होने की वजह से गलने की स्थिति में जा पहुंचे। इतना ही नहीं कई खेतों में तो अंकुरण आने से पहले ही बीज पानी में गलने की कगार पर जा पहुंचा। ज्ञात रहे कि जुलाई माह में शुरू हुई बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही, जिसके चलते नदी-नाले तो उफन ही रहे हैं, खेतों में भरा पानी भी सूखने का नाम नहीं ले रहा। उफनते नदी नालों से तो लोग किसी तरह निकल पा रहे हैं, लेकिन किसान जो मौसम की मार झेल था है, उससे उसके परिवार के भविष्य पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। चूंकि इन दिनों खेतों में फसलें लहलहाने लगती थी , लेकिन इस बार खेत बोवनी के बाद भी वीरान ही नजर आ रहे हैं। क्योंकि लगातार हो रही बारिश की वजह से खेत तालाब बने हुए हैं, और पानी ना सूखने की वजह से फसलों को बड़ा नुकसान होना तय माना जा रहा है। लगातार हो रही बारिश से खराब हो रही फसलों की शिकायत लेकर किसान विधायक देवेंद्र जैन से मिले, तो उन्होंने किसानों की इस पीड़ा को शासन तक पहुंचाने के लिए आज कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी को ज्ञापन सौंपा। जिसमें विधायक ने उल्लेख किया है कि वैसे तो पूरे जिले में ही लगातार हो रही बारिश ने किसान को बड़ा नुकसान पहुंचाया है, लेकिन शिवपुरी और पिछोर में स्थिति अधिक खराब है। इसलिए प्रशासन बारिश रुकने के बाद खेतों का सर्वे करके हुए नुकसान का आंकलन करे। […]