लो जी बारिश रुकी तो रिहायशी इलाकों में निकलने लगे मगरमच्छ आधी रात को गणेश कॉलोनी की तफरी करने आए 5 फीट लंबे मगरमच्छ को किया रेस्क्यू
शिवपुरी। झमाझम बारिश हो, और शहर में मगरमच्छ ना निकलें, ऐसा होता नहीं है। बीती रात शिवपुरी शहर के वार्ड 15 में स्थित गणेश कॉलोनी में एक मगरमच्छ तफरी करने निकल आया।स्थानीय लोगों ने तत्काल नेशनल पार्क की रेस्क्यू टीम को सूचना दी, तब रात को ही मगरमच्छ को रेस्क्यू किया गया। बताते हैं कि बीती रात दो जगह मगरमच्छ निकलने की सूचना परक प्रबंधन को मिली थी।
ज्ञात रहे कि बीते बुधवार को शिवपुरी शहर में हुई झमाझम बारिश के दौरान नाले फुल होकर चले और पानी के तेज फ्लो के साथ ही उसमें छुपे बैठे मगरमच्छ भी आसपास की रिहायशी कॉलोनियों में घूमने निकल आए। इसी बीत वार्ड 15 की गणेश कॉलोनी में रात 12 बजे स्थानीय रहवासी विजय राय को सड़क किनारे नाली के पास कोई बड़े जीव के चलने की आवाज सुनाई दी। विजय ने जब आवाज की दिशा की तरफ बढ़कर देखा तो उसमें एक मगरमच्छ नजर आया।
कॉलोनी में मगरमच्छ निकलने की खबर लगते ही आसपास के लोग भी घरों से बाहर निकलकर इस आफत को रेस्क्यू करवाने के लिए नेशनल पार्क प्रबंधन को सूचना देने में जुट गए। कुछ देर बाद पार्क की रेस्क्यू टीम वहां आई और उसने अपने संसाधनों की मदद से मगरमच्छ को बमुश्किल काबू किया, और फिर उसे बांधकर अपने साथ ले गए।
नेशनल पार्क के रेंजर ने बताया कि रात में दो जगह मगरमच्छ निकलने की सूचना आई थी। चूंकि बुधवार को लगभग 2 घंटे की झमाझम बारिश के बाद शहर के सभी नाले उफन कर चले। पानी के तेज फ्लो में नाले की गंदगी आगे बह गई, और उसमें मौजूद मगरमच्छों ने आसपास की रिहायशी इलाकों में घूमना शुरू कर दिया।
गौरतलब है कि शिवपुरी शहर के सभी नालों में मगरमच्छों की भरमार है, और जब भी अधिक बारिश होती है, तो यह पानी के तेज फ्लो के साथ आसपास के रिहायशी इलाकों में सड़क पर विचरण करने लगते हैं। नालों के आसपास रहने वालों को इस मौसम में अलर्ट रहने की जरूरत है, क्योंकि विशालकाय मगरमच्छ कभी भी घर के दरवाजे पर दस्तक दे सकता है।
[…] शिवपुरी शहर यूं तो जिला मुख्यालय है, लेकिन यहां की ध्वस्त ट्रैफिक व्यवस्था तहसील मुख्यालय से भी अधिक बदहाल है। हर चार कदम पर लगने वाले जाम में फंसकर लोग अपना समय और महंगा पेट्रोल अधिक खर्च करके अपनी जेब कटवा रहे हैं। शहर के ट्रैफिक व्यवस्था की हालत सबसे अधिक स्कूल बसों और आरओ वाटर की गाड़ियों ने बिगाड़े है। इसके अलावा कोर्ट रोड पर चार पहिया वाहनों का प्रवेश इस जाम का सबसे बड़ा कारण है। अस्पताल चौराहे और माधव चौक पर रखे बेरीकेट्स पर ट्रैफिककर्मी तैनात होना चाहिए, ताकि कोई कार -जीप बाजार में ट्रैफिक जाम ना करे। शहर के बाजार में अस्त-व्यस्त खड़े रहे वाले वाहनों की वजह से भी जाम लगते हैं। राजेश्वरी रोड, गुरुद्वारा से पुरानी शिवपुरी जाने वाली रोड, गांधी चौक कोर्ट रोड, मिर्ची बाजार तिराहा, पुराने प्राइवेट बस स्टेंड की पुलिया के पास दिन भर जाम के हालात बनते रहते हैं। ट्रैफिक कर्मी इन सड़कों के अलावा चौराहों पर भी नजर नहीं आते। शाम को जरूर माधव चौक पर ट्रेफिककर्मियों की भीड़ नजर आती है, जो इस बात पर चर्चा करते हैं, कि आज का दिया गया लक्ष्य कितना पूरा हुआ। स्कूल।बसों के लिए शहर में अलग-अलग स्टॉपेज बनाए जाएं, ताकि बस एक जगह रुककर जाम ना लगाएं, बल्कि एक ही जगह पर बच्चों को उतारें और वहीं से उन्हें बिठाए भी। इसके अलावा आरओ वाटर की गाड़ियों को सड़क पर रोकने की बजाए किसी चौड़ी जगह पर रोका जाए, ताकि उनकी वजह से ट्रैफिक जाम ना हो। नपा गेट के सामने भ्रष्टाचार का झटका शिवपुरी नगरपालिका गेट के सामने पुलिया पर पाइप डालने के लिए खोदी गई सड़क से हुए गड्ढे की रिपेयरिंग की गई थी। लेकिन उस रिपेयरिंग में भी भ्रष्टाचार कर दिया गया, जिसके वजह से लोगों को फिर झटके लगने लगे। शहर में ऐसे ही झटकों की वजह से सर्वाइकल के सबसे अधिक मरीज हैं। […]