अब तो पुरुष आयोग बनना ही चाहिए, जेवर नगदी ले उड़ी पत्नी, प्रेमी संग शादी का फोटो भेजा
पांच माह पहले हुई शादी, प्रेमी से मोबाइल पर बतियाती रहती थी पत्नी, फिर हो गई रफूचक्कर
महिलाओं से डरा -सहमा पुरुष अब जीवनसाथी बनाकर न केवल नीले ड्रम और हनीमून मनाने से डर था है, बल्कि अब उसके घर के जेवर और नगदी भी खतरे में है। ऐसे ही एक नवविवाहित युवक की पत्नी नगदी-जेवर समेटकर अपने प्रेमी के साथ भाग गई। इतना ही नहीं उसने अपने प्रेमी के साथ आर्य समाज मंदिर में शादी करने की फोटो भी पति को सोशल मीडिया पर भेज दी। इन हालातों को देखकर तो लगता है कि महिला आयोग की तरह अब पुरुष आयोग भी बनना चाहिए, ताकि ऐसे पीड़ित पुरुषों को कुछ सहारा मिल सके।
शिवपुरी शहर के पुरानी शिवपुरी क्षेत्र में रहने वाले दीपेश जैन ने बीते शनिवार को पुलिस अधीक्षक को दिए आवेदन में अपनी पत्नी योगिता के खिलाफ धोखाधड़ी, जेवर नगदी चोरी और विश्वासघात जैसे आरोपों सहित प्रकरण दर्ज कराए जाने की मांग की। दीपेश ने बताया कि 5 माह पूर्व उसकी शादी महाराष्ट्र के अमरावती की योगिता से हुई थी। दीपेश ने बताया कि यह शादी मेरे पिता के पुराने मित्र संदीप माहेश्वरी की सलाह पर की थी, क्योंकि संदीप की पत्नी योगिता की मौसी हैं।
दीपेश ने बताया कि शादी के बाद से हो मेरी पत्नी की हरकतें संदिग्ध रहीं, और एक दिन तो उसने योगिता को अपने प्रेमी के साथ वीडियो कॉल पर बात करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया था। पूछने पर योगिता ने उसे अपना भाई बताया था, लेकिन उससे बात करवाने को तैयार नहीं हुई, बल्कि उल्टे लड़ने को तैयार हो गई थी, और दहेज एक्ट में फंसाने की धमकी भी दी।
दीपेश ने बताया कि बीते 6 जुलाई को योगिता दो महिलाओं के साथ यह कहकर गई कि कुछ देर बाद आ जाएगी। लेकिन उसके जाने के बाद दीपेश ने घर की तलाशी ली तो 3 लाख रुपए नगद और सोने चांदी के जेवर गायब थे। इस मामले की शिकायत जब देहात थाने में दीपेश ने की तो थाना प्रभारी ने कहा कि योगिता अपने मायके में है, और अस्पताल में भर्ती है, तथा पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ था।
फिर फोटो लेकर पहुंचा दीपेश
देहात थाना पुलिस इसे पति-पत्नी के बीच विवाद बता रही थी, जबकि योगिता ने शिवपुरी से भागकर राजस्थान जोधपुर के चंद्ररथ के रहने मुकेश चौधरी साईं के साथ आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली, और शादी का फोटो भी अपने पति को भेज दिया। जब दीपेश अपनी पत्नी के प्रेम विवाह का फोटो मोबाइल में लेकर देहात थाना प्रभारी के पास पहुंचा तो इस बार रत्नेश यादव निरुत्तर थे।
पति के घर से नगदी और जेवर समेटकर भागी योगिता ने प्रेमी संग रचाई शादी, भेजा फोटो
[…] शिवपुरी। शहर में ध्वस्त ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने का बजाए आमजन पर ही कार्यवाही की जा रही है। रविवार को न्यायालय की मोबाइल कोर्ट ने तीन सवारी दुपहिया वाहनों के अलावा बिना हेलमेट पर चालानी कार्यवाही की। आज 13 जुलाई को ग्वालियर बायपास पर न्यायालय द्वारा मोबाइल कोर्ट लगाया गया, जिसमें सुश्री रिचा सिंह राजावत जेएमएफसी एवं निहारिका सिंह व्यास जेएमएफसी उपस्थित रहीं। न्यायालय द्वारा ग्वालियर बायपास चेकिंग स्थल पर ही बिना हेलमेट, तीन सवारी, ओवरलोडिंग, बिना नंबर प्लेट वाले 23 वाहनों पर कार्रवाई कर 14800 रुपए समन शुल्क वसूला गया। साथ ही 8 वाहन, जिन्होंने जुर्माना नहीं करवाया, उन्हें जप्त कर न्यायालय में पेश किया जाएगा। जिसमें एक 16 साल का नाबालिक बच्चा कुलदीप रावत s/o अशोक रावत निवासी नमोनगर भी है, जो तीन सवारी बिठाकर वाहन चल रहा था, उसका भी वाहन जप्त किया गया है एवं न्यायालय में पेश किया जा रहा है। इस चेकिंग के दौरान यातायात प्रभारी रणवीर सिंह यादव, सूबेदार नीतू अवस्थी ,सूबेदार प्रियंका घोष ,यातायात थाने का बल एवं कोतवाली थाने का बल मौजूद रहा। ट्रैफिक नियमों का पालन करना तो वाहन चालकों को करना चाहिए, तथा इनका पालन करवाने में ट्रैफिक पुलिस के साथ न्यायाधीश की चेकिंग तो समझ आती है, लेकिन शहर में हर दिन लगने वाले जाम से होने वाली परेशानी को दूर करने की जिम्मेदारी किसकी है। जो ट्रैफिक अधिकारी और कर्मचारी आज न्यायाधीशों के साथ चेकिंग में मौजूद रहे, वो अन्य दिनों में शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने की बजाए नाकों पर खड़े होकर ट्रैफिक नियमों की दुहाई देकर वसूली करते हैं। यदि न्यायाधीशगण कभी शहर के ट्रैफिक प्वाइंटों का भी ओचक निरीक्षण कर लें, तो ट्रैफिक व्यवस्था पटरी पर आ सकती है, अन्यथा जो चल रहा है, वो चलता ही रहेगा। […]