शिवपुरी। जो कभी शिवपुरी से विधायक की दावेदारी करते हुए कांग्रेस में गए थे, वो भाजपा में वापस आकर सांसद प्रतिनिधि बन गए। महत्वपूर्ण बात यह है कि बरसों से भाजपा का झंडा लेकर चल रहे कार्यकर्ताओं को इस बार भी निराशा ही हाथ लगी।
गौरतलब है कि शिवपुरी के व्यवसायी व जमीन कारोबारी राकेश गुप्ता पिछले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में इस उम्मीद से शामिल हुए थे कि उन्हें शिवपुरी विधानसभा से कांग्रेस टिकिट देगी। उस दौरान उन्होंने केबिनेट मंत्री के लिए यह तक कह दिया था कि पहाड़ में कई छेद हो गए हैं, जिस पर केबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने याद दिलाया था कि राकेश के पिताजी ने चुनाव से पहले अपनी टोपी रख दी थी।
उस दौरान कांग्रेस से टिकिट नहीं मिला तो बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष जाकर भाजपा का गमछा गले मे डाल लिया था। हालांकि जब वो भाजपा छोड़कर कांग्रेस में गए थे, तब सिंधिया ने उन्हें भाजपा में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बनाया था। लेकिन कांग्रेस से भाजपा में वापसी के बाद वो बिना पद के राजनीति कर रहे थे। मंगलवार को घोषित हुए सांसद प्रतिनिधि में राकेश गुप्ता का नाम भी शामिल है। इसके अलावा शिवपुरी से हरिओम राठौर को भी प्रतिनिधि बनाया है। हरिओम भी पहले केबिनेट मंत्री से जुड़े रहे और अब सांसद प्रतिनिधि बनाए गए हैं।
इन्हें भी बनाया सांसद प्रतिनिधि
जिले की पिछोर विधानसभा में मनीष अग्रवाल व प्रह्लाद यादव को तथा कोलारस में लक्ष्मण सिंह गुर्जर व उधम सिंह धाकड़ को सांसद प्रतिनिधि बनाया गया। चूंकि करैरा व पोहरी विधानसभा का संसदीय क्षेत्र ग्वालियर है, इसलिए वहां कोई नही है।