बैनर में मांग रहे मदद, नारे लगा रहे थे कि सिंधिया की विरासत को नहीं होने देंगे खुर्दबुर्द
शिवपुरी। क्या केंद्रीय मंत्री व क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया क्या इतने कमजोर हो गए कि उनकी विरासत को बचाने के लिए सब्जी वालों को सड़क पर उतरना पड़ा?। यह सवाल हर उस शख्स के दिमाग में उपजा, जिसने सोमवार को अस्पताल चौराहे से गुजर रही भीड़ के नारे सुने। वो कह रहे थे कि मंडी सिंधिया की विरासत है, उसे हम नहीं हटने देंगे।
ज्ञात रहे कि कोर्ट रोड स्थित खेरीज सब्जी मंडी को अब पुरानी अनाज मंडी में शिफ्ट किया जाने की तैयारी प्रशासन ने कर ली है। हालांकि कृषि उपज मंडी के अधिकारी इस बात पर सहमत नहीं है, क्योंकि मंडी बोर्ड ने प्रशासन के प्रस्ताव को मान लिया, लेकिन मंडी के अधिकारियों से कुछ और ही कहा है।
कोर्ट रोड की मंडी को हटाकर नगरपालिका वहां पर मल्टी लेयर पार्किंग बनाने की तैयारी कर रही है। खाली पड़ी पुरानी अनाज मंडी को आबाद करने के साथ ही सब्जी विक्रेताओं को शहर के बीच ही बाजार में दूसरा ठिकाना दिया जा रहा है। कुछ सब्जी विक्रेता इसमें सिंधिया परिवार को जोड़कर अपनी दुकान बचाने की कवायद कर रहे है। इस मंडी के गेट पर सिंधिया परिवार का निशान दो सांप, बने हुए है।
मंडी वाले भी उकसा रहे
पुरानी अनाज मंडी को कृषि उपज मंडी के अधिकारी किसी भी सूरत में अपनी जगह देने के लिए तैयार नहीं है। पिछले दिनों मंडी सचिव भी ख रहे थे कि मेरे रिटायरमेंट के बाद यह अब बदलाव हो, तो ठीक रहेगा। वो दिसंबर में रिटायर होने वाले हां।