जनता लगा रही गुहार, सुनने वाला कोई नहीं, याद आ रहा बुआजी का कार्यकाल
स्थानीय नेता अपने कामों में व्यस्त, पोलोग्राउंड कर रहा विधायक की घोषणा का इंतजार
शिवपुरीं। शिवपुरीं शहर सहित जिलां इन दिनों राजनीतिक शून्यता के दौर से गुजर रहा है। परेशान जनता से लेकर खुद पार्टी के लोग मदद के लिए गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं। अब शहर की जनता को पूर्व केबिनेट मंत्री व वर्तमान सांसद की बुआजी यशोधरा राजे सिंधया का कार्यकाल याद आ रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधि जनहित के काम छोड़ अपने लीगल-अनलीगल कामों में जुटे हैं। पोलोग्राउंड भी शिवपुरी विधायक की घोषणा के पूरा होने का 6 माह से इंतजार कर रहा है।
शहर सहित जिले में इन दिनों डेंगू का कहर टूट रहा है। मासूम बच्चों से लेकर हर उम्र वर्ग के लोग पीड़ित होकर या तो अस्पताल में भर्ती होकर इलाज करा रहे हैं, या फिर दुनिया छोड़ रहे हैं। बुखार आने के बाद ब्लड प्लेटलेट्स इतनीं तेजी से घट रहे हैं कि इलाज के लिए समय ही नहीं मिल पा रहा। हालांकि समय पर डेंगू का पता चलने पर इलाज होने से मरीज ठीक भी हो रहे हैं। प्राइवेट में इलाज कराने में लोगों को बड़ी राशि खर्च करनी पड़ रही है। शासकीय डॉक्टरों के प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की भीड़ इतनीं अधिक है कि डॉक्टर का नम्बर लगाने में ही घण्टों का समय लग रहा है।
मनियर के राकेश कुशवाह ने बताया कि उनके पिता को बुखार आने पर वो शहर में तीन सरकारी डॉक्टरों के प्राइवेट क्लीनिक पर घूमे, तब जाकर डॉक्टर ने जांच व दवाओं का 3200 का पर्चा बना दिया। साथी मीडियाकर्मी वीरेंद्र राठौर का ढाई साल का बेटा भी मेडिकल कॉलेज में उपचारार्थ भर्ती है। इन दिनों डॉक्टर की दुकान और मेडिकल स्टोर्स पर भीड़ लगी हुई है।
इन हालातों के बीच जनता परेशान है, और वो उम्मीदों से जनप्रतिनिधियों की ओर ताक रही है, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं। ऐसा नहीं है कि नेताओं का अधिकारियों के पास आना-जाना नहीं है, लेकिन वो जनहित के काम छोड़ अपने या अपने नजदीकियों के काम लेकर जा रहे हैं। शिवपुरीं विधायक देवेंद्र जैन ने 6 माह पूर्व नगरपालिका की बैठक में यह घोषणा की थी कि पोलोग्राउंड में 3 हाईमास्ट लगवाएंगे। उनका अभी तक कोई अता-पता नहीं है। यदि यह लाइटें लग जाएं तो रात में मयखाना बनने वाला यह खेल मैदान सुरक्षित हो जाएगा। ।
सामंजस्य बिठाना ज्ररूरी
शहर में साफ-सफाई व जलभराव वाले स्थलों को चयनित कर वहां पनप रहे ड़ेंगू के लार्वा को नष्ट करने का काम नगरपालिका व स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी है। महत्वपूर्ण बात यह है कि 6 साल पूर्व भी जिले में ऐसे हालात बने थे, बावजूद इसके कोई बचाव के प्रयास नहीं किए गए। जिम्मेदार विभागों में मनमानी का आलम है, क्योंकि जनप्रतिनिधियों को सिर्फ अपने काम से मतलब है।
कोरोना में पूर्व मंत्री जागी थीं रात-रात भर
जब शिवपुरी सहित दुनिया भर में कोरोना महामारी हुई, तो हालात भयावह थे। उन सबके बीच पूर्व केबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने रात-रात भर जागकर लोगों को समुचित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराईं थीं। लोगों में यह चर्चा है कि यदि वर्तमान राजनीतिक शून्यता के बीच यदि कोरोना होता, तो फिर क्या होता…?। पूर्व मंत्री के लगातार होने वाले दौरों की वजह से अधिकारी-कर्मचारी भी अटेंशन पोजिशन में ही रहते थे। समय-समय की बात है…शायद!
बोले विधायक पुत्र: नपा में अटके काम
शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन ने तो फोन नहीं उठाया, लेकिन उनकी राजनीति संभाल रहे उनके पुत्र सक्षम जैन का कहना है कि हाईमास्ट के लिए राशि तो फरवरी में ही जारी हो गई, लेकिन नगरपालिका ने टेंडर ही नहीं किए। सब्जी मंडी का काम भी नपा नहीं कर रही।