सहकारी बैंक में हुआ था 100 करोड़ का घोटाला, मिले 50 करोड़, वो भी पीड़ितों के लिए नहीं
बीते 8 अप्रैल को शहर में मनाया गया जश्न, किया भव्य स्वागत, जनता को बनाया अप्रैल फूल
शिवपुरी। जिले की जनता के साथ 8 दिन पहले एक ऐसा छलावा किया गया, जिसकी सच्चाई जब सामने आई तो हर कोई यही बोला कि राजनीति इस स्तर पर जाकर नहीं करनी चाहिए। शहर में मनाए गए जश्न और स्वागत सत्कार के दौरान यह चिल्ला- चिलाकर यह बताया गया कि सहकारी बैंक के लिए 50 करोड़ रुपए हम वापस ले आए हैं, लेकिन आज बैंक प्रबंधन ने साफ कह दिया कि वो राशि तो बैंक को पटरी पर लाने के लिए आई है, जिनका पैसा फंसा है, उन्हें देने के लिए नहीं।
ज्ञात थे कि शिवपुरी जिले की कोलारस सहकारी बैंक शाखा में केशियर बने चपरासी राकेश पाराशर ने 100 करोड़ को घोटाला किया। इस घोटाले में जिले के 99 हजार बैंक उपभोक्ताओं का पैसा फंस कर रह गया। इनमें कई उपभोक्ता अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा नहीं दे पाए, तो कुछ युवाओं की शादियां नहीं हो पाईं। इतना ही नहीं, बैंक में अपना पैसा जमा होने के बाद भी कई लोग बिना इलाज के दुनिया छोड़ गए। ऐसे जरूरतमंद लोगों को उस समय बहुत खुशी हुई थी, जब यह प्रचार-प्रसार किया गया कि शासन से 50 करोड़ रुपए की राशि ले आए हैं। जो माहौल बनाया गया, उसमें कई बैंक उपभोक्ता भी रोड शो में फूल- माला लेकर स्वागत करने पहुंच गए।लेकिन उन्हें उस समय झटका लगा, जब सहकारी बैंक प्रबंधन ने दो टूक कह दिया कि हमें जो 50 करोड़ की राशि मिली है, उससे हम अपनी बैंक की आर्थिक स्थिति को सुधारकर उसे फिर से सक्रिय करेंगे, तथा बैंक उपभोक्ताओं को अभी भी 2 हजार रुपए ही मिला करेंगे।