वरिष्ठ नेता रखते हैं तात्या से दूरी, जो आए समाधि स्थल पर, उनकी चली गई कुर्सी, जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक रहे मौजूद
शिवपुरी। राष्ट्रवीर अमर शहीद तात्या टोपे के बलिदान दिवस के अवसर पर 18 अप्रैल को दो दिवसीय शहीद मेले का शुभारंभ शुक्रवार को हुआ। सुबह जिला जेल शिवपुरी से प्रभात फेरी निकाली गई, हाथ में मशाल लेकर जो शहर के मुख्य मार्गो से होती हुई समाधि स्थल पर समाप्त हुई। महत्वपूर्ण बात यह है कि तात्याटोपे के समाधि स्थल से वरिष्ठ नेता दूरी बनाकर रखते हैं, क्योंकि माना जाता है कि जो यहां आया, उसकी कुर्सी चली जाती है। यही वजह है कि पूर्व विधायक ही कार्यक्रम में मौजूद रहे।
तात्याटोपे समाधि स्थल पर आज सुबह 9 बजे ध्वजारोहण और गार्ड ऑफ ऑनर एवं राष्ट्रगान किया गया। तात्या टोपे की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इसके बाद श्रद्धांजलि सभा आयोजित हुई। सभा में प्रोफेसर दिग्विजय सिंह सिकरवार ने अमर शहीद तात्या टोपे के जीवन पर प्रकाश डाला। किस प्रकार एक वीर योद्धा ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दिया इसे याद करते हुए तात्या टोपे के जीवन की कहानी को सभी के समक्ष रखा।
इस कार्यक्रम को प्रहलाद भारती ने भी संबोधित किया और कहा कि ऐसे वीर सपूतों के कारण ही आज हम आजादी प्राप्त कर पाए हैं जिन्होंने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। इस कार्यक्रम में तात्या टोपे के प्रपौत्र सुभाष टोपे को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष नेहा यादव, पूर्व विधायक प्रहलाद भारती, कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव मुले, जिला अध्यक्ष जसवंत जाटव, जितेंद्र जैन उपस्थित रहे।
अस्त्र-शस्त्र प्रदर्शनी बनी आकर्षण का केंद्र
तात्या टोपे पार्क में आयोजित दो दिवसीय शहीद मेले में विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शनी लगाई गई है। जिसमें अस्त्र-शस्त्रों की प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र है। जबकि देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान देने वाले वीर शहीदों की प्रदर्शनी हमें देश की स्वतंत्रता के बारे में जानकारी देती है। जनप्रतिनिधियों ने प्रदर्शनी का शुभारंभ करते हुए प्रदर्शनी का अवलोकन किया।