सुबह जल्दी व शाम को सूर्यास्त से पहले काटता है डेंगू का मच्छर
शिवपुरी. डेगू बीमारी डेंगू बायरस द्वारा फैलाई जाती है। यह ऐडिज मच्छर के काटने से व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करता है। जो संक्रमित मच्छर के काटने से होती है। डेंगू का मच्छर दिन के समय काटता है, यानि सुबह जल्दी एवं शाम को सूरज ढलने से पहले। डेगू, बुखार को हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है, क्योंकि इसके कारण शरीर व जोड़ो में बहुत दर्द होता है। इस मच्छर के पैरो पर काले-सफेद निशान, पीठ पर सफेद धारी द्वारा आसानी से पहचाना जा सकता है।
डेंगू के लक्षण;
डेंगू वायरस से तेज बुखार, आँखों के पीछे व पीठ दर्द होना, मतली या उल्टी आना, मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द, बेचैनी या चिड़चिड़ापन होना, अत्याधिक थकान।
बचाव है उपचार से ज्यादा जरूरी
मच्छरों को पानी में या उसके आसपास अंडे देने से रोके। घर के अंदर व शहर पानी रखने वाले वर्तनों की जाँच करे। सप्ताह में एक बार पानी जमा करने वाली वस्तुएं जैसे कूलर, टायर, बाल्टी, खिलोने, पुल पक्षियो के स्नान वाले वर्तन, गमले, कूड़ेदान को खाली करके साफ करें, पानी से भरे बर्तन ढककर रखे। ढीले व लंबी आस्तीन वाले कपडे पहने तथा मच्छर रोधी क्रीम का उपयोग करें। अपने घर के आसपास मच्छरों को नियंत्रित करने के लिए खिडकी, दरवाजे में मच्छरजाली लगाएं, मच्छरयानी का उपयोग करे। यदि आपको बुखार हो या डेंगू के लक्षण दिखे तो निकटतम स्वास्थ्य संस्था ने जाकर चिकित्सक को दिखाएं, स्वास्थ्य संस्था में सभी जांचे एवं उपचार निशुल्क उपलब्ध है। रुके हुए पानी में जला हुआ ऑयल डाले। नीम का धुआ करें। स्थाई जल स्रोत अथवा मैग्यूशिया मछली का संचयन करें।