उल्टा बनाया था बस स्टेंड का नक्शा, 40 फीसदी दुकानें खुली ही नहीं, यात्री होंगे असुरक्षित
शिवपुरी। शहर के पोहरी रोड स्थित शिवपुरी के अंतरराज्यीय बस स्टेंड पर सोमवार को नगरपालिका, प्रशासन व पुलिस की संयुक्त कार्रवाई की गई। जिसमें बस स्टेंड पर रखीं दो दर्जन गुमटियां हटवाने के साथ ही कण्डम बसों को भी खिंचवा दिया। महत्वपूर्ण बात यह है कि बस स्टेंड के उल्टे नक्शे में दुकानें ऐसी बनवाईं, कि 49 फीसदी दुकानें बनने के बाद खुली ही नहीं।
शिवपुरी बस स्टेंड के कायाकल्प अभियान के तहत आज शाम एसडीएम उमेश कौरव, तहसीलदार सिद्धार्थ शर्मा, नपा सीएमओ इशांक धाकड़, कोतवाली टीआई कृपाल सिंह राठौड़ मय दलबल के पहुंचे। गुमटी वालों का कहना है कि हमें बिना पूर्व सूचना दिए अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया। हालांकि दुकानदारों को सामान निकालने की परमीशन दी गई। इस दौरान जेसीबी भी साथ थी, इसलिए खाली दुकान को ध्वस्त करते चले गए।
कार्रवाई के दौरान बस स्टेंड ठेकेदार के स्थाई अतिक्रमण को जब टीम हटाने पहुंची तो ठेकेदार जयसिंह रावत ने यह कहते हुए तोड़ने से रोका कि मैं नपा की ओर से बस स्टेंड का ठेकेदार हूं। इस दौरान कुछ देर तक गर्मागर्म बहस भी हुई।
बस स्टेंड का 40 फीसदी मार्केट शुरू ही नहीं हो पाया
शिवपुरी बस स्टेंड के उस हिस्से में दुकानें बनाने की बजाए दीवार बना दी, जहां से ग्वालियर-गुना सहित अन्य व्यस्ततम रूटों की बसें चलती हैं। यहां पर दुकानें बनाने की बजाए दीवार के पीछे अंदर की तरफ दुकानें बना दी गईं, जहां पर यात्रियों के न जाने से वो दुकानें कभी चालू ही नहीं हो पाईं। यही स्थिति बस स्टेंड के अंदर वाले मार्केट की बनी हुई है, तथा 40 फीसदी दुकानें बंद है।
इसलिए असुरक्षित होंगे यात्री
अभी तक दीवार के पास लगी गुमटियों पर ही यात्री आकर सामान खरीदते थे, जिसके चलते चहल-पहल बनी रहती थी। अब वहां पर कोई दुकान न होने की वजह से लोग उस दीवार को अघोषित टॉयलेट बना देंगे, तथा वहां पर बस का इंतजार करने वाली विशेषकर महिला यात्री असुरक्षित रहेंगी। नपा को यहां पर भी दुकानें बनाईं जानी चाहिए।