विपक्षी ने लिया श्रेय, तो सत्ताधारी बोले: सांसद के कहने पर हमारी सरकार ने दिए 50 करोड़
5 साल में कितने छोड़ गए दुनिया, कितनों की टूटे शादियां?, इसका हिसाब कौन देगा..?!
शिवपुरी। मध्यप्रदेश का शिवपुरी एकमात्र ऐसा जिला है, जहां पर श्रेय लेने की होड में कई प्रोजेक्ट 2 की जगह 15 साल तक खिंच गए। घोटालों के लिए चर्चित इस जिले में काम की स्वीकृति मिलते ही जश्न मनाने की परम्परा है। इसका असर विपक्षियों पर भी इतना हो गया है कि वो भी श्रेय लेने में पीछे नहीं रहते।
बुधवार को एक वीडियो आया, जिसमें भाजपा नेता सुरेंद्र शर्मा, पोहरी के कांग्रेस विधायक कैलाश कुशवाह को समझा रहे हैं, कि सरकार हमारी है, जिसने 50 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं।
ज्ञात रहे कि 5 साल पहले लगभग सौ करोड़ का सहकारी बैंक घोटाला हुआ, जिसमें हजारों परिवारों की जमा पूंजी बैंक में होने के बाद भी, उन परिवारों में बिना इलाज के लोग दुनिया छोड़ गए, तथा कई युवाओं की शादियां टूट गई। घोटाला करने वालों से रिकवरी करने की बजाए, सरकार ने 50 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की है। जिसके लिए क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सीएम को पत्र लिखा था।
सहकारी बैंक के उपभोक्ताओं को बड़ी राहत
शिवपुरी के सहकारी बैंक में हुए सौ करोड़ के घोटाले से जिले के हजारों परिवार चिंतित थे कि अब हमारा पैसा कैसे मिलेगा। मध्यप्रदेश सरकार से सौ करोड़ का अनुदान मांगने का पहला पत्र बैंक के माध्यम से जिला प्रशासन ने भेजा था। उसके बाद वीरेंद्र रघुवंशी और देवेंद्र जैन ने विधानसभा में जमकर मुद्दा उठाया। इस बीच क्षेत्रीय सांसद ने भी सीएम को पत्र लिखा, और इस सामूहिक दवाब के बीच सरकार ने 50 करोड़ स्वीकृत किए हैं। जिससे बैंक उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है।
