December 23, 2024

वर्ष 2006 के बाद जिले में चिकनगुनिया का आउटब्रेक 64 घरों में मिला लार्वा
स्वास्थ्य विभाग ने की प्रतिबंधात्मक कार्यवाही
शिवपुरी। शिवपुरी जिला पंचायत अध्यक्ष नेहा यादव की सूचना पर बदरवास विकासखंड के ग्राम खतौरा में पहुंचे स्वास्थ्य दल को 7 चिकनगुनिया के मरीज मिले है। इतनी संख्या में चिकनगुनिया के मरीज वर्ष 2006 के बाद जिले में एक साथ पहली बार मिले। इतना ही नही 64 घरों में चिकनगुनिया फैलाने वाले मच्छरों का लार्वा भी मिला है। जिसे स्वास्थ्य विभाग ने विनिष्ठ कर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की तथा रोगियों को उपचार मुहैया कराया।
सीएमएचओ डॉ. संजय ऋषीश्वर ने बताया कि जिला पंचायत अध्यक्ष नेहा यादव ने बदरवास विकासखंड के ग्राम खतौरा में बीमारी फैलने की सूचना दी थी। जिस पर जिला मलेरिया अधिकारी लालजू शाक्य सहित स्वास्थ्य दल को ग्राम में भेजा गया। दल द्वारा ग्राम के लगभग 675 घरों का सर्वे किया जिसमें से 64 घरों में चिकनगुनिया फैलाने वाले मच्छरों का लार्वा मिला तथा 7 रोगियों में चिकनगुनिया के लक्षण पाए गए। जिनका सैम्पल लिया जाकर लैव टेस्ट के लिए जीआरएमसी ग्वालियर भेजा गया।
सीएमएचओ डॉ संजय ऋषीश्वर ने बताया कि वर्ष 2006 के बाद जिले में इतनी संख्या में मिले चिकनगनिया के रोगियों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आकर खतौरा में चिकनगुनिया रोग फैलने से रोकने के लिए प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की जाकर लार्वा तत्काल नष्ट किया गया। प्रतिबंधातम्क कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी। साथ ही जनसमुदाय से अपील की है कि अपने घरो के आसपास पानी एकत्रित न होने दें, सात दिन मे कंटेनरो मे भरा पानी बदलते रहें।
यह दिए सुझाव:
पूरे वांह के कपडे पहने, छतो पर रखे गमले, पानी के कंटनेर एवं अन्य जैसे टायर, मटके आदि उलटे रखे जिससे पानी एकत्रित न हो और कवड के सामना हो सके खत्म करे जिससे आप अपने परिवार एवं मोहल्ले इत्यादि को उक्त बीमारियो से बचाने मे सहयोग कर सकते है। आपकी सावधानी ही आपका बचाव है।
जाने क्या है चिकनगुनिया के लक्षण:
मचछरों से फैलने वाले रोग चिकनगुनिया होने पर रोगी को तेज बुखार, पूरे बदन, सर एवं जोडो मे दर्द, जी मिचलाना एवं उल्टी होना, ऑख के पीछे दर्द, त्वचा पर लाब धब्बे ,चकते का निशान, नाक एवं मसूढो से रक्त स्त्राव, काला मल का आना, डेंग एवं चिकनगुनिया के लक्षण है।
लापरवाही न बरतें
लक्षणो के दिखाई पडते ही चिकित्सकीय सलाह ले और मौसमी बुखार समझ कर हल्के मे न ले। चिकनगुनिया वायरस रोग या चिकनगुनिया बुखार एक वायरल बीमारी है। संक्रमित मच्छरो के काटने से फैलती है। चिकनगुनिया रोगी लगभग एक सप्ताह मे बीमारी से ठीक हो जाते है, लेकिन कुछ लोगो को जोडो मे दर्द लंबे समय तक रहता है। यह जानलेवा बीमारी नही है।

खतोरा गांव में चिकनगुनिया का लार्वा तलाशती स्वास्थ्य विभाग की टीम

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