सर्वोदय अहिंसा अभियान का 42 वां वर्ष
शिवपुरी – जीव रक्षा एवं पर्यावरण संरक्षण के मुख्य उद्देश्य के साथ स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य बनाकर सामाजिक संस्था अखिल भारतीय जैन युवा फेडरेशन पूरे देश में सर्वोदय अहिंसा अभियान चलाकर वर्ष 1982 से पटाखे रहित दीपावली मनाकर मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के अयोध्या वापसी एवं अहिंसा के प्रणेता तीर्थंकर महावीर भगवान के निर्वाण महोत्सव की खुशियां मनाता हैं।
फेडरेशन के मीडिया प्रभारी दीपक राज जैन का कहना है कि हमने वर्ष 1982 से इस सर्वोदय अहिंसा अभियान का शुभारंभ किया था, यह हमारा 42 वां वर्ष है जब फेडरेशन के हजारों सदस्य हिंसक पटाखों से राशि बचाकर गरीब एवं जरूरत मंद लोगों के बीच जाकर जनहित के कार्य करेंगे और श्रीवीर निर्वाण महोत्सव एवं प्रभु श्रीरामचंद्रजी के अयोध्या वापसी की खुशियां मनाएंगे।
पोस्टर बताएगा पटाखों से लाभ या हानि –
सर्वोदय अहिंसा अभियान के राष्ट्रीय संयोजक संजय शास्त्री का कहना हैं कि सकल जैन समाज द्वारा संचालित विविध पाठशालाओं एवं युवाओं तक सर्वोदय अहिंसा अभियान पहुंचाने के लिए प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी हमने 50 हजार पोस्टर प्रकाशित कराए हैं जो पटाखों से लाभ जीरो प्रतिशत एवं हानि सौ प्रतिशत बताकर जीव रक्षा एवं पर्यावरण संरक्षण के साथ स्वच्छ भारत मिशन का संदेश देता है।
पोस्टर में बताया गया है कि पटाखों की तेज आवाज से ध्वनि प्रदूषण, धुएं एवं जहरीली गैस से वायु प्रदूषण, पटाखों के जलने के बाद उसके अपशिष्ट से जल एवं मिट्टी प्रदूषण आदि होता है। आग लगने से धन हानि तो होती ही है जन हानि के साथ अनन्त छोटे छोटे जीव जंतुओं की हिंसा होती है।
हृदय रोगियों सहित श्वास – दमा के रोगियों, बुजुर्गों एवं गर्भस्त शिशुओं के साथ आंखों – कानों पर भी बुरा प्रभाव पड़ता हैं। इससे निकलने वाली कार्बन डाई ऑक्साइड एवं हानिकारक गैसों से वायुमंडल दूषित होता है कुल मिलाकर हानियां अधिक ओर लाभ कम होता है।
राशि बचाकर करते हैं जनहित के कार्य –
सर्वोदय अहिंसा के प्रदेश संयोजक दीपक राज जैन ने बताया कि फेडरेशन के सदस्य प्रतिवर्ष पटाखों से राशि बचाकर गरीब एवं जरूरतमंदों के साथ दीपावली मनाते हैं, वृद्धाश्रम में बुजुर्गों की भोजन कराकर, गरीब बच्चों को कॉपी किताब, स्कूल बैग के साथ उनकी फीस भरकर, रोगी बीमार को दवाई, औषधि दान देकर शुभ दीपावली कहते हैं। इतना ही नहीं जो उनके सहयोगी घर के काम करने वाले हैं उन्हें नए वस्त्र एवं मिठाई आदि उपहार भेंट कर निर्वाण महोत्सव के साथ दीपावली महापर्व की मंगलमय शुभकामनाएं देकर यह महापर्व मनाते हैं। अहिंसा प्रेमियों द्वारा सकल जैन समाज से बहुत ही विनम्रता से इस अभियान से जुड़ने की अपील की जाती है जिसमें अब तक लाखों अहिंसा प्रेमी जुड़कर अपने अपने नगर में जनहित के कार्य करते हैं।