जब तक अधिकारियों की होती गुडमॉर्निंग, तब तक निरीक्षण कर तय कर दी कार्रवाई
शिवपुरी। अपनी कार्यशैली के लिए चर्चित प्रदेश के ऊर्जा मंत्री व शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर को 7 नवंबर की रात नींद नहीं आई और वे 8 नवंबर की अलसुबह 4 बजे करैरा पहुंच गए।प्रभारी मंत्री ने उस समय निरीक्षण शुरु कर दिया, जब अधिकारियों की गुड मॉर्निंग तक नहीं हुई थी। अलसुबह घनघनाई मोबाइल की घन्टी ने कई प्रमुख अधिकारियों की नींद उड़ा दी। मंत्री का दौरा तो 3 दिन पहले हुआ, लेकिन उसके साइड इफेक्ट अभी तक नजर आ रहे हैं।
8 नाबम्बर को प्रभारी मंत्री तोमर सुबह 4 बजे करैरा अस्पताल जा पहुंचे। सुबह का यह वो समय होता है, जब रात भर जागने वाले मरीज को भी झपकी आ जाती है। अस्पताल स्टाफ से लेकर मरीज व उनके अटेंडर भी आधी नींद में रहे और मंत्री निरीक्षण करके चले गए। अस्पताल के निरीक्षण में जो खामियां मिलीं, उसके लिए जिम्मेदार कर्मचारियों पर नियमानुसार कार्रवाई भी कर दी गई। लेकिन इस बीच कुछ दलाल सक्रिय हो गए और प्रभारी मंत्री का डर दिखाकर सीधे ही लाखों रुपए की मांग भी करने लगे।
मंत्री के दौरे का दूसरा साइड इफेक्ट सोमवार को सामने आया, जब करैरा सीएमओ पूरन कुशवाह के खिलाफ संभागायुक्त को प्रस्ताव भेज दिया गया। चूंकि प्रभारी मंत्री करैरा नगर में अलसुबह से घूमे तो उन्हें साफ-सफाई से लेकर नगर परिषद से जुड़ीं अन्य समस्याएं भी नजर आईं। सीएमओ भी मुख्यालय से नदारद थे, तो अब इस दौरे ने उनकी भी नींद उड़ा दी।
शिवपुरीं में भी दिखा चुके हैं अप्रत्याशित कार्यप्रणाली
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर दूसरी बार शिवपुरी के प्रभारी मंत्री बने हैं। अपने पहले प्रभारी मंत्री कार्यकाल के दौरान उन्होंने कुछ ऐसा किया था, जिसके बारे में कभी कोई सोच भी नहीं सकता।लगभग 5 साल पूर्व पुरानी शिवपुरी के नाले में जब उन्हें गंदगी दिखी, तो वे फबड़ा लेकर खुद ही नाले में कूद गए थे। ऐसे में जब मंत्री जी नाले में तो फिर नपा सीएमओ कैसे अपने कपड़े नाले की गंदगी से बचा सकते थे, तो वो भी फ़ाबड़ा लेकर नाले में उतर गए थे। ऐसे ही पोहरी रोड किनारे नाली में जमा गंदगी को मंत्री खुद से साफ करने में जुट गए थे। उसके बाद तो स्थिति यह हो गई थी कि जब भी मंत्री का दौरा होता था, तो नपा का सफाई अमला फाबड़े व तसले लेकर पीछे की गाड़ी में साथ चलता था।