सांसद निधि से आने थे ट्रेक्टर, अपनों को लाभ देने उलझाई टेंडर प्रक्रिया
शिवपुरी। शिवपुरी शहर की लाइफ लाइन बन चुकी सिंध जलावर्धन योजना से होने वाली पानी की सप्लाई को पाइप बदलने के फेर में रोक दिया गया। सिंध जलार्धन के शटडाउन में शहर की जनता को पानी टैंकरों के माध्यम से करने के लिए क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नगरपालिका शिवपुरी को सांसद निधि से राशि उपलब्ध कराई। लेकिन दो माह बाद भी नपा ट्रेक्टर नहीं खरीद पाई। बताते हैं कि जनप्रतिनिधि अपने नजदीकियों को लाभ देने के फेर में खरीदी को टेंडर प्रक्रिया में उलझाए हुए हैं।
किसान की जेब मे जब पैसा होता है, तो वो सीधे बाजार में ट्रैक्टर एजेंसी पर पहुंचकर अपनी पसंद का ट्रेक्टर खरीद लेता है। इसके विपरीत दो माह पूर्व सांसद सिंधया के द्वारा 10 ट्रैक्टरों की खरीदी के लिए राशि दे दी गई, लेकिन कमीशनखोरी के लिए कुख्यात नगरपालिका अभी तक ट्रेक्टर नहीं खरीद पाई। जबकि ट्रेक्टर खरीदने के लिए दो बार नपा टेंडर कर चुकी है। सूत्रों की मानें तो पहले केवल ट्रेक्टर खरीदने का टेंडर था, लेकिन शिवपुरी विधायक ने कथित तौर पर ट्रेक्टर की कंपनी का नाम जुड़वाकर पूर्व की टेंडर प्रक्रिया को निरस्त करवा दिया।
इस पूरे मामले में नपा के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों की इच्छापूर्ति करने के फेर में ट्रैक्टरों की खरीदी में देरी कर रही है। य ट्रेक्टर इसलिए खरीदे जा रहे थे, ताकि नपा परिसर में बिना ट्रेक्टर के खड़े टैंकरों को शहर के हर हिस्से में उस दौरान पहुंचाया जाए, जब सिंध की सप्लाई का शटडाउन किया जाता है। इधर पानी का शटडाउन तो हो गया, लेकिन ट्रेक्टर अभी तक नहीं आए।
इस सम्बंध में नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा से जब पूछा तो, वे भी सीधे कोई जवाब देने की बजाए गोलमोल उत्तर देकर पल्ला झाड़ती नजर आईं। महत्वपूर्ण बात यह है कि ट्रेक्टर खरीदी में लेटलतीफी होने के बाद भी सांसद इस सम्बंध में कोई जवाब-तलब नहीं कर रहे। उनकी चुप्पी भी शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है।