मक्का से थी आस, उसमे भी हो गया अंकुरण
शिवपुरी जिले में अभी तक औसत के मुकाबले 160 प्रतिशत बारिश होने से सभी फसलें तबाह हो गईं। खेतों में भरे पानी के बीच जहां उड़द व सोयाबीन पहले ही बर्बाद हो गया, अब मूंगफली में गलाव व मक्का में अंकुरण हो जानी किसान का भविष्य संकट में आ गया। लगातार हो रही बारिश से बर्बाद हुई फसलों में नुकसान का सर्वे भी प्रशासन नहीं करवा पा रहा, क्योंकि जब तक सर्वे पुरा हुआ, तब तक फिर से बारिश ने तबाह कर दिया।
शिवपुरी जिले की औसत सामान्य बारिश 816.3 मिमी है, जिसके विरुद्ध अभी तक 1260 मिमी बारिश हो गई। जिसमें सबसे अधिक 1506 मिमी कोलारस में दर्ज हुई है। शिवपुरी में किसानों ने इस बार सबसे अधिक मूंगफली और उसके बाद मक्का की पैदावार की थी। इन दोनों फसलों से किसानों को उम्मीद थी, लेकिन अतिवर्षा ने इन फसलों को भी तबाह कर दिया। सोयाबीन सहित अन्य दलहन फसलें पहले ही तबाह हो चुकी हैं।
अन्नदाता के साथ बाजार भी निराश
फ़सलें बर्बाद हो जाने से किसान के भविष्य पर संकट गहरा गया, जिससे बाजार भी निराश हो गया। क्योंकि फसलों के अच्छे उत्पादन से ही बाजार में पैसा आता है, लेकिन जब फसल ही तबाह हो गईं तो किसान के साथ बाजार का व्यापारी भी चिंतित है।
दालों के साथ सब्जी भी होगी महंगी
अतिवर्षा का असर अभी से बाजार पर नजर आने लगा और सोयाबीन के तेल में जहां 30 से 49 रुपए महंगा हो गया, तो वहीं उड़द की दाल में भी उछाल आ गया। आने वाले समय मे टमाटर व अन्य सब्जियों में भी महंगाई का तड़का लगना तय है।
जिले की तहसीलों में बारिश का आंकड़ा
शिवपुरी में 1101.10 मि.मी., बैराड़ में 1185 मि.मी., पोहरी में 1077 मि.मी., नरवर में 1506 मि.मी., करैरा में 1209.50 मि.मी., पिछोर में 1168 मि.मी., कोलारस में 1506.90 मि.मी., बदरवास में 1289 मि.मी. तथा खनियाधाना में 949 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है।