शिवपुरी। शिवपुरी जिले के अमोला कॉलोनी क्रमांक-3 में रहने वाले तीन साल के मासूम की मंगलवार की दोपहर अधूरे शौचालय के गड्ढे में डूबने से मौत हो गई। जब यह हादसा हुआ, तब बालक की माँ घर में खाना बना रही थी, जबकि पिता मजदूरी के लिए गया था। महत्वपूर्ण बात यह है कि बच्चे का बिना पीएम कराए, परिजनों ने उसे दफना दिया।
अमोला क्रमांक-तीन में रहने वाले किशोर आदिवासी के दो बेटे हैं, जिसमें बड़ा बेटा 3 वर्षीय निहाल आदिवासी, आज दोपहर अपने घर के पास खेल रहा था, जबकि उसकी माँ आरती, घर में खाना बना रही थी। खेलते-खेलते निहाल घर के पीछे स्थित अधूरे शौचालय के उस गड्ढे तक पहुंच गया, जो पानी से लबालब हो रहा था। मासूम का पैर फिसलने से वो उस गड्ढे में गिर गया और किसी को कोई खबर नहीं लगी। जब काफी देर तक बच्चा नजर नहीं आया तो उसकी माँ आरती उसे ढूंढने निकली। जब उसका कहीं पता नहीं चला तो किशोर को भी सूचना दी तथा पूरा परिवार बच्चे को ढूंढने में जुट गया। इसी बीच जब पानी से भरे गड्ढे में देखा तो उसमें मासूम की लाश तैर रही थी। परिजनों ने उसे गड्ढे से निकालकर देखा, तो वो मर चुका था। इसकी सूचना बिना पुलिस को दिए हुए, उसे दफना भी दिया। महत्वपूर्ण बात यह है किाशेर का शौचालय अधूरा क्यों रह गया, तथा गांव के सरपंच व सचिव ने इस घटना की सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी?।