स्मैक बेचने के ठिकाने बता रहे लोग, पुलिस बनी अनजान
शिवपुरी शहर सहित जिले में स्मैक का काला कारोबार चरम पर है। अब यह महंगा नशा शहरी सीमाओं को लांघकर गांव-गांव में पहुंचकर युवाओं को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। स्मैक का कारोबार करने वाले इतने बेख़ौफ़ हैं कि वे खुलेआम शहर की बस्तियों में नशा बेच रहे हैं, और परेशान लोग उनके नाम तक बताकर पुलिस से उन्हें पकड़ने की गुहार लगा रहे हैं।
कलेक्ट्रेट में बीते रोज शिवपुरी शहर के सईंसपुरा में रहने वाली एक युवती शिकायती आवेदन लेकर आई। युवती का कहना था कि हमारे घर के पास ही कल्लू खटीक स्मैक बेचता है, जिससे आसपड़ोस के कई युवा उस नशे के आदी हो गए हैं। युवती ने बताया कि मेरा भाई भी इस नशे का शिकार न हो जाए, इसलिए मैं उस स्मैक कारोबारी को पकड़वाने के।लिए आवेदन देने आई हूँ। यह हालात तब हैं जबकि शिवपुरी शहर में अभी तक इस नशे के ओवरडोज से एक दर्जन युवाओं की जान जा चुकी है।
सिंधिया ने भी दिए थे निर्देश
शिवपुरी को उड़ता पंजाब बनने से रोकने के लिए पूर्व विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने विधानसभा में यह मामला उठाया था। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अपने प्रारंभिक निर्देशों में स्मैक कारोबारियों पर कार्रवाई के लिए निर्देश दिए थे। कुछ दिन तक धरपकड़ होने के बाद अब स्थिति फिर से जस की तस हो गई।
पकड़े जा रहे 1-2, बेच रहे एक सैकड़ा
पुलिस भी स्मैक कारोबारियों को पकड़ने की मुहिम जारी रखे हुए है और हर पांच-सात दिन में एक स्मैकची को पकड़कर फोटोसेशन करवाती है। लेकिन इस व्यवस्था का दुर्भाग्यपूर्ण पहलू यह है कि पकड़े जा रहे हैं एक या दो, जबकि बेचने वाले एक सैकड़ा हैं।
ओवरडोज से मरने वालों में पुलिस वाला भी
शिवपुरी शहर में स्मैक के ओवरडोज से अभी तक एक दर्जन से अधिक मौत हो चुकी हैं, तथा मरने वालों में एक पुलिस वाला भी शामिल है। इसके अलावा जिन परिवारों के युवा इस नशे के आदी हो गए हैं, वो परिवार अपने बच्चों के जीवन को बचाने के लिए खासी मशक्कत कर रहे हैं। इस नशे के आदी हुए लोगों की मौत भी आसान न होकर बहुत दर्दनाक होती है।