जिलां अस्पताल व मेडिकल कॉलेज होने के बाद भी दिल के मरीजों को इलाज नहीं
शिवपुरी जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर।जिलां अस्पताल के अलावा मेडिकल कॉलेज भी है, लेकिन हार्ट अटैक आने पर मरीजों की जान नहीं बच पा रही। पिछले दो दिन में शहर के दो युवा दुनिया छोड़ गए, जबकि बीते एक माह में यह आंकड़ा आधा दर्जन तक पहुंच गया।
पिछले दो दिन में शिवपुरी के दो युवा विजय जैन चीनू तथा शुभम गर्ग ने दुनियां छोड़ दी। इन दोनों युवाओं को हार्ट अटैक आने पर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन समय पर उपचार न मिलने से यह दोनों युवा जिंदगी की जंग हार गए। एक दिन के अंतराल में हुई इन दो युवाओं की मौत के बाद इनका परिवार पूरी तरह से टूट गया। कोर्ट रोड निवासी विजय जैन अपने माता-पिता का इकलौता बेटा होने के साथ ही एक मासूम बेटी का पिता था, तो वहीं शुभम अभी अविवाहित था।
शहर में हो रही जवान मौतों के पीछे दिल का दौरा यानि हार्ट अटैक वजह बन रही है। जिलां मुख्यालय पर मेडिकल कॉलेज लाने का श्रेय तो नेता ले रहे हैं, लेकिन उसमे स्वास्थ्य सुविषायें शून्य हैं।
मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की भरमार, फिर भी मरीज हो रहे रैफर
शिवपुरी में जिलां अस्पताल के अलावा मेडिकल कॉलेज शुरू होने के बाद डॉक्टरों की तो भरमार हो गई, वाबजूद दिल के मरीजों को कोई उपचार नहीं मिल पा रहा। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने शहर के प्राइवेट क्लीनिक व नर्सिंग होम पर सेवाएं शुरू कर दीं, जबकि मेडिकल कॉलेज का असप्ताल जूनियर डॉक्टर संभाल रहे हैं।
सिंधिया की बैठक में भी उठी थी मांग
दो माह पूर्व केंद्रीय मंत्री व क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बैठक हुई थी। उसमे मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर पंकज शर्मा ने यह मांग रखी थी कि मेडिकल कॉलेज में कार्डियोलॉजिस्ट एवं सीटी स्कैन की सुविधा शुरू की जाए। बैठक में आए प्रस्तावों पर अभी तक अमल नहीं हो पाया, जबकि मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा।
डॉक्टर बोले: कोरोना पॉजिटिव रहे लोगों पर खतरा
यह बात सही है कि शहर में दो दिन में दो युवाओं की मौत हो गई। जिन्हें कोरोना हुआ था, उनके फेंफड़ों में इंफेक्शन होने के बाद खून के थक्के जमने से हार्ट अटैक होने का खतरा अधिक है।
डॉ. चंद्रशेक्षर गुप्ता, मेडिकल विशेषज्ञ