प्रदेश के दूसरे जिलों में बदल गए भाजपा जिलाध्यक्ष, शिवपुरी में असमंजस
शिवपुरी शहर में भाजपा की नगरपालिका में विकास कार्यों की गति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है, कि भाजपा के जिलाध्यक्ष को ही अपने संगठनात्मक कार्यकाल से अतिरिक्त 2 साल अधिक कुर्सी पर डटे रहना पड़ा। ज्ञात रहे कि भाजपा जिलाध्यक्ष का कार्यकाल 3 साल का होता है, लेकिन राजू भैया 5 साल से बल्लेबाजी कर रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी में जिलाध्यक्ष का पद 3 साल के लिए होता है, जबकि प्रदेश के अन्य कई जिलों में अध्यक्ष भी बदल दिए गए। शिवपुरी के जिलाध्यक्ष राजू बाथम का भी जब कार्यकाल पूरा हुआ, तो उस दौरान भाजपा के तीनों महामंत्री पृथ्वीराज जादौन, सोनू बिरथरे व गगन खटीक के अलावा ओबीसी से एकमात्र हेमंत ओझा का नाम तेजी से चला। इस दौरान उक्त नेताओं की सामाजिक गतिविधियां भी तेज हो गईं थीं। इसी बीच विधानसभा चुनाव व लोकसभा चुनाव आ गए थे।
राजनीतिक उलटफेर के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जब भाजपा ज्वाइन की तो उनके साथ नेताओं का एक बड़ा लाव-लश्कर भी भाजपा में साथ आया। चूंकि पहले नरेंद्र सिंह तोमर, हितानंद शर्मा व बीडी शर्मा से जुड़े नेता भी जिलाध्यक्ष पद के दावेदार हो गए। जिसमे हरवीर रघुवंशी व विजय शर्मा सहित अन्य चेहरे भी दावेदारी करने लगे हैं।
पार्टी सूत्रों की माने तो 3 की जगह दिसम्बर 2024 में 5 साल का कार्यकाल पूरा कर रहे राजू बाथम का कार्यकाल वरिष्ठ नेताओं की नजर में बेहतर रहा। साथ ही कोई दूसरा दमदार नाम भी पार्टी नेताओं को नजर नहीं आ रहा, इसलिए भी राजू भाई फिर से दावेदारों की लिस्ट में जुड़ गए हैं। क्योंकि संगठन जो भी निर्णय करे, लेकिन फाइनल नाम पर ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुहर ही लगेगी।
बोले जिलाध्यक्ष: देर से आया सड़क का नम्बर
हमारी गली में यूं तो पहले भी सड़क थी, लेकिन वो खराब हो गई थी। जब नम्बर आया तब सड़क बन गई। मेरे अलावा ग्वालियर-चंबल सम्भाग सहित अन्य जिलों में भी पुराने ही अध्यक्ष चल रहे हैं। अभी सक्रिय सदस्यता अभियान चल रहा है, जो 1 नवंबर तक चलेगा, फिर स्कूटनी होगी। उसके बाद यदि संगठन पुनः जिमेदारी देगा, तो हमें स्वीकार है।
राजू बाथम, भाजपा जिलाध्यक्ष