त्यौहार पर नपा का पाइप बदलने का प्रयोग, आधी रात को बाइकों से ढो रहे पानी
दीपावली पर्व के लिए घरों की पुताई शुरू हो गई, लेकिन शहरवासी इस असमंजस में हैं कि यदि घर की रंगाई-पुताई करवाई तो।गिरने वाले कलर को साफ करने के लिए पानी कहां से लाएंगे?। क्योंकि पिछले 27 सितंबर से सिंध की सप्लाई बंद होने से पूरा शहर पानी ढो रहा है। कामकाजी लोग आधी रात को खाली कट्टीयां बाइक पर टांगकर पानी की तलाश में भटक रहे हैं।
त्यौहार से पहले पुरानी पाइप लाइन बदलने के नाम पर 10 दिन की जगह 23 दिन तक सिंध की सप्लाई ठप कर दी गई। जनप्रतिनिधियों व अफसरों के बंगलों पर तो नपा के टैंकर पानी भर रहे हैं, लेकिन आमजन पानी के लिए परेशान है। त्यौहार पर जब लोग घरों की साफ-सफाई से लेकर अन्य तैयारियां करते हैं, उन दिनों में शिवपुरी शहर की जनता पानी ढोने को मजबूर है।
बीती रात लगभग 12 बजे एक व्यक्ति लगभग 10 पानी की कट्टी बाइक पर टांगकर जाता हुआ नजर आया। यह स्थिति उन लोगों की है, जो सुबह एक खेप पानी की भरकर काम पर चले गए, और जब घर लौटे तो बिना पानी के सब काम ठप मिले। वो लोग आधी रात को पहले पानी का स्त्रोत ढूंढते हैं और फिर पानी भरकर घर की आपूर्ति कर रहे हैं।
नेता साध गए चुप्पी, जनता परेशान
शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन ने चुनाव जीतने के बाद अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि शहर में पानी की समस्या को सबसे पहले दूर करूंगा। पिछले 23 दिन से सिंध की सप्लाई ठप है, और विधायक भी मुहं में दही जमाए बैठे।हैं। जनता खुद को ठगा और बेबस महसूस कर रही है। पूर्व विधायक के समय मे नौकरशाही पर कसावट तो रहती थी।
बैनर टांगने वाले भी शहर से दूर
पिछले महीनों में शहर में हर तरफ बैनर टांगे गए थे, जिसमे 3500 करोड़ की सौगात का उल्लेख किया गया था। वो सौगात जब मिलेगी-तब मिलेगी, लेकिन आज शहर की जनता जब पानी के लिए परेशान है, तो बैनर वाले भी कहीं नजर नहीं आ रहे।