शराब माफिया को छोड़, दूसरे पर अवैध शराब का मामला किया था दर्ज
शिवपुरी जिले के सिरसौद-पिछोर रोड पर मंगलवार को अमोला सरपंच अतर सिंह लोधी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया। जाम लगा रही भीड़ की मांग है कि थाना प्रभारी अमोला को हटाया जाए। यह विरोध प्रदर्शन इसलिए हो रहा है, क्योंकि थाना प्रभारी राजकुमार सिंह चहार ने शराब कारोबारी को छोड़ दूसरे सीधे-सादे ग्रामीण पर अवैध शराब का मामला दर्ज कर लिया।
सिरसौद-पिछोर रोड पर चक्काजाम करने के।लिए सरपंच के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीण महिला-पुरुष इकठ्ठा हो गए। फिर सड़क पर ट्रेक्टर ट्रॉली आड़ी लगाकर आवागमन रोक दिया। चूंकि इस रोड से ही भौंती, मानपुरा, पिछोर, खनियाधाना जाने का प्रमुख रास्ता है। चक्काजाम करते ही सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतार लगने लगी। जाम के दौरान केवल एम्बुलेंस को निकलने दिया गया। जाम की सूचना मिलते ही करैरा एसडीओपी व करैरा टीआई भी मौके पर पहुंच गए। सरपंच व ग्रामीणों का कहना है कि थाना प्रभारी राजकुमार सिंह को तत्काल हटाया जाए।
दोपहर 1.15 बजे तक सरपंच व अधिकारियों के बीच बातचीत का दौर चल रहा है।
लगता है मरे बकरों की बददुआ लग गई…
ज्ञात रहे कि रविवार-सोमवार की दरमियानी रात 2 बजे, जब अमोला पुलिस वाहनों से वसूली कर रही थी, तभी एक बकरों से भरा ट्रक आया था। वेरीकेट्स लगाकर जब बकरों से भरे ट्रक को रोका तो पीछे से आ रहा कंटेनर तेज रफ्तार में ट्रक से टकराया। जिसमें 60 बकरे मर गए थे। इस मामले में थाने में कोई प्रकरण दर्ज नहीं हुआ। चर्चा तो यह भी है कि थाना प्रभारी अमोला को एक लाख देना पड़ गए। शायद इसी खिसियाहट में थाना प्रभारी ने रात को सही व्यक्ति पर गलत मामला दर्ज कर लिया।